शिक्षा

सीयूईटी परीक्षा प्रक्रिया में नहीं होगा बदलाव, जल्द जारी होगी अधिसूचना

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा है कि इस साल सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) आयोजित करने के प्रारूप में कोई बदलाव नहीं होगा और केंद्रों की संख्या लगभग 450 से बढ़ाकर लगभग 1,000 कर दी जाएगी।

45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली बार आयोजित ऑल इंडिया एग्जाम सीयूईटी – 2022 के नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा संचालन के दौरान मिली गड़बड़ियों की शिकायतों के साथ में इस वर्ष की परीक्षा में बदलाव किए जाने की चर्चा जोरों पर थी। परीक्षा में बदलाव को लेकर प्रस्ताव पर सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन की संख्या में कमी और उन शहरों की संख्या की समीक्षा करना जहां परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, विचाराधीन उपायों में से थे। पिछले साल सीयूईटी के दौरान परीक्षा केंद्रों की सूचना में देरी, तकनीकी गड़बड़ियां और प्रश्न-पत्र का धीमी गति से अपलोड कुछ ऐसी समस्याएं थीं।

हालांकि, यूजीसी के चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया कि इस साल सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा। कोई विशेष बदलाव नहीं है। छात्रों के पास विषयों के समान विकल्प होंगे, आगामी वर्ष का प्रारूप समान होगा, और यह कंप्यूटर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न भी होंगे। कुमार ने कहा कि पिछले साल सीयूईटी के लिए 14.9 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था और इसके लिए प्रत्येक दिन लगभग 450 केंद्रों की आवश्यकता थी, इसलिए इस वर्ष हम लगभग 1000 केंद्र तैयार कर रहे हैं।

यूजीसी के चेयरमैन ने कहा कि यह मानते हुए कि अगर आवेदकों की संख्या बढ़ सकती है अगर हमें प्रति दिन लगभग 600 केंद्रों की आवश्यकता होती है तो हमारे पास स्टैंडबाय के रूप में अभी भी अतिरिक्त केंद्र होंगे ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ियां और अन्य समस्याएं जो पिछले साल थीं, कम से कम हो जाएं।

उन्होंने यह भी कहा कि एनटीए के 27 डोमेन-विशिष्ट विषयों और 33 भाषाओं की पेशकश जारी रहेगी, जिनमें से एक उम्मीदवार अधिकतम नौ विषयों का चयन कर सकता है। एनटीए द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, सीयूईटी 2023 का आयोजन 21 से 31 मई के बीच किया जाएगा। एनटीए ने परीक्षा के लिए रिजर्व तिथियां एक से सात जून, 2023 के मध्य तय कर रखें हैं।