हिंडनबर्ग-अडाणी विवाद पर गृहमंत्री अमित शाह ने पहली बार बयान दिया है। उन्होंने मंगलवार को ANI पॉडकास्ट पर दिए इंटरव्यू में कहा कि इस पर कोई कमेंट करना सही नहीं होगा, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में है। लेकिन इतना जरूर कहा कि इसमें बीजेपी के लिए छिपाने जैसा कुछ भी नहीं है और डरने की कोई बात नहीं है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद राहुल गांधी समेत विपक्ष ने BJP पर अडाणी का बचाव करने के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर संसद से सड़क तक प्रदर्शन भी किया है।
PFI, लोकसभा-विधानसभा चुनाव पर भी बोले शाह, 4 बड़ी बातें…
अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान लोकसभा विधानसभा चुनाव, PFI पर बैन, पूर्वोत्तर में चुनाव, देश की आंतरिक सुरक्षा, शहरों के नाम बदलने और G-20 जैसे कई मुद्दों पर भी बात की।
- विपक्ष सिर्फ शोर मचाता है: केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ कर रही है, इन आरोपों पर अमित शाह ने कहा- वे (कांग्रेस) कोर्ट क्यों नहीं जाते? जब पेगासस का मुद्दा उठाया गया था तो मैंने कहा था कि सबूत के साथ कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
- नॉर्थईस्ट में कम की मन की दूरी: पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के ‘मन की दूरी’ को हटा दिया है। प्रधानमंत्री ने 8 साल में 51 बार क्षेत्र का दौरा किया है। हमने ‘चलो पलटाई’ का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हमने हालात बदल दिए हैं। हमने अच्छा बजट दिया, हिंसा को खत्म किया, नशे के कारोबार पर नकेल कसी।भाजपा ने पूर्वोत्तर की पहचान को मजबूत किया है। वहां प्राइमरी एजुकेशन लोकल लेंग्वेज में दिया जा रहा है। 2024 से पहले पूर्वोत्तर के राज्यों की राजधानियों को रेल और एयर कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
- बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं: मेरा मानना है 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का कोई मुकाबला नहीं है। पीएम मोदी को जनता का पूरा समर्थन मिला है। देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। फैसला देश की जनता को तय करना है, अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है।
- PFI आतंकवादी तैयार कर रहा था: PFI कैडर पर कई मामले थे उन्हें खत्म करने का काम कांग्रेस ने किया। जिसे कोर्ट ने रोका। हमने PFI को सफलतापूर्वक बैन किया। PFI देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ाने वाला संगठन था। एक तरह से आतंकवादी तैयार करने का काम वे लोग कर रहे थे। बिहार और झारखंड में नक्सवादी उग्रवाद लगभग समाप्त हो चुका है। मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ ही समय में शांति बहाल होगी। जम्मू-कश्मीर में भी आतंकवाद से जुड़े आंकड़े सबसे अच्छी हालत में हैं।