विदेश

तुर्किये में मरने वालों की संख्या 42,000 से अधिक:भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए यूनाइटेड नेशंस ने एक अरब डॉलर जुटाने की मानवीय अपील की

तुर्किये और सीरिया में पिछले हफ्ते आए भूकंप के 11 दिन बाद भी मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यूनाइडेट नेशंस ने तुर्किये के लोगों के लिए एक अरब डॉलर जुटाने के लिए मानवीय अपील की है। इस बीच तुर्की पुलिस ने सोशल मीडिया पर भूकंप के बारे में भड़काऊ पोस्ट साझा करके डर और दहशत पैदा करने के आरोप में 78 लोगों को गिरफ्तार किया है।

अब तक 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की के अधिकारियों ने 35,418 और सीरियाई सरकार ने 5,800 से ज्यादा लोग मारे जाने की पुष्टि की है। दोनों देशों में अब भी राहत ओर बचाव कार्य जारी है। दोनों देशों में दुनियाभर से मदद भेजी जा रही है।

इसी बीच तुर्किये की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने बताया है कि बचाव कार्य को पूरा करने में 1 लाख से ज्यादा बचाव कर्मी हिस्सा लेंगे। इसमें अलग-अलग तरह के 5500 वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। अब तक 95 देशों ने तुर्किये को मदद ऑफर की है।

PHOTOS में देखें वहां के हाल…

भूकंप के 248 घंटे बाद 17 साल की लड़की एलीना ओल्मेज को एक बिल्डिंग के मलबे से बचाए जाने के बाद उसके चाचा का रिएक्शन।
भूकंप के 248 घंटे बाद 17 साल की लड़की एलीना ओल्मेज को एक बिल्डिंग के मलबे से बचाए जाने के बाद उसके चाचा का रिएक्शन।
तुर्किये: कहारनमारस में भूकंप के बाद मलबे के बीच एक प्लास्टिक कंटेनर पकड़े हुए एक बच्चा।
तुर्किये: कहारनमारस में भूकंप के बाद मलबे के बीच एक प्लास्टिक कंटेनर पकड़े हुए एक बच्चा।
सीरिया: बाब अल-हवा अस्पताल में भूकंप से घायल बच्चों का इलाज हो रहा है।
सीरिया: बाब अल-हवा अस्पताल में भूकंप से घायल बच्चों का इलाज हो रहा है।

एक हफ्ते बाद भी जिंदा मिले लोग
तुर्किये और सीरिया में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं। अब भी लोगों को मलबे के नीचे से निकाला जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि 8 से 9 दिन बाद भी कई लोग जिंदा मिल रहे हैं। तुर्किये के हताय प्रांत में 26 साल की महिला को 201 घंटे बाद बचाया गया। इधर, अदीयमन शहर में 199 घंटे बाद 18 साल के युवक को रेस्क्यू किया गया।

सीरिया में रेस्क्यू ऑपरेशन छोड़कर वापस लौट रहे कई देश
कई देश सीरिया बॉर्डर पर रेस्क्यू ऑपरेशन छोड़कर वापस लौट रहे हैं। रविवार को इजराइल ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपनी टीम हतजाला ग्रुप को इमरजेंसी फ्लाइट से वापस बुला लिया। इससे पहले जर्मनी और ऑस्ट्रिया ने भी अपने बचाव दलों के तुर्किये से निकाल लिया था।

दरअसल, इजराइल समेत कई देशों की इंटेलिजेंस एजेंसी को इनपुट मिला है कि तुर्किये बॉर्डर पर अलग-अलग गुटों में हिंसक झड़प होने वाली हैं। जिनसे वहां पहुंचे बचाव कर्मियों की जान को खतरा है। जर्मनी के बचाव दल ने भी बताया कि वहां गोलीबारी हो रही है। वहीं तुर्किये के कहरामनमारस में रविवार देर रात 4.7 की तीव्रता का एक और भूकंप का झटका महसूस किया गया। तुर्किये में 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद लगातार आफ्टरशॉक आ रहे हैं जिनसे लोग परेशान हैं।

भूकंप से जुड़े अन्य अपडेट्स

  • तुर्किये में 36,187 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सीरिया में 5,500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
  • तुर्किये में एक करोड़ 30 लाख लोग 10 राज्यों में डिसप्लेस हो चुके हैं। अब तक 8 हजार लोगों को बचा लिया गया है।
  • तुर्किये-सीरिया में मलबे के नीचे दबे जिंदा लोगों की तलाश अब आखिरी चरण में है। इसके बाद शवों के ही मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
  • सीरिया में भूकंप पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए 20 फरवरी तक के लिए राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया।

तस्वीरों में देखें तबाही और रेस्क्यू ऑपरेशन…

फोटो: हताय, तुर्किये
फोटो: हताय, तुर्किये
फोटो: अल-हराम, सीरिया
फोटो: अल-हराम, सीरिया
फोटो: अंताक्या, तुर्किये
फोटो: अंताक्या, तुर्किये
फोटो: कहारनमारस, तुर्किये
फोटो: कहारनमारस, तुर्किये
फोटो: हताय, तुर्किये
फोटो: हताय, तुर्किये
फोटो: अंताक्या, तुर्किये
फोटो: अंताक्या, तुर्किये
फोटो: कहारनमारस, तुर्किये
फोटो: कहारनमारस, तुर्किये

6 फरवरी को आए थे 3 बड़े भूकंप

  • तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया।
  • इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में 7 फरवरी सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।

दुनिया में हर साल 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। नेशनल अर्थक्वेक इन्फॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। यह कुछ सेकेंड तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।