देशमध्य प्रदेश

ट्रेन के सामने कूदा परिवार, पति-पत्नी और बेटी की मौत:बेटा ट्रेन को आता देख भाग गया, बोला- पुलिसवालों ने पापा को धमकी दी थी

टीकमगढ़ में एक परिवार कुरुक्षेत्र से खजुराहो जा रही ट्रेन के सामने कूद गया। पति-पत्नी और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बेटा ट्रेन को आते देख ट्रैक से भाग गया। घटना शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे की है। परिवार खरगापुर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंचा था। मृतक के बेटे ने रोते हुए बताया कि पुलिसवालों ने पूरे परिवार को जेल में डालने की धमकी दी थी। इसलिए मम्मी-पापा और बहन ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।

ट्रैक के पास से गुजर रहे लोगों ने शवों को देखा। इसकी सूचना खरगापुर थाना पुलिस को दी। थाना प्रभारी नितेश जैन ने एफएसएल टीम और वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। एक शव के पास आधार कार्ड मिला, जिससे उसकी पहचान लक्ष्मण नामदेव (50) निवासी मातोल के रूप में हुई। पूछताछ में लोगों ने बताया कि दो शव लक्ष्मण की पत्नी रजनी (45) और उसकी बेटी विनी (13) के हैं। लक्ष्मण खेती करता था। पुलिस शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए ले गई है। एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि सुसाइड के कारणों की जांच की जा रही है।

लक्ष्मण नामदेव के परिवार में चार सदस्य थे। वह पत्नी और बेटा-बेटी के साथ खरगापुर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंचा और यहां ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।
लक्ष्मण नामदेव के परिवार में चार सदस्य थे। वह पत्नी और बेटा-बेटी के साथ खरगापुर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड करने पहुंचा और यहां ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी।

बेटे को भी लाए थे साथ

पुलिस ने जब आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला परिवार ट्रैक पर था तो कुछ ही दूरी पर एक महिला भी थी। महिला ने पुलिस को बताया कि परिवार के साथ एक लड़का भी था। शायद वह लक्ष्मण नामदेव का बेटा समय नामदेव है। ट्रेन के आते ही वह भाग गया, जिससे उसकी जान बच गई। अब पुलिस बेटे से पूछताछ में जुटी है। लक्ष्मण के बेटे की उम्र 12-13 साल बताई जा रही है।

पड़ोसी ने लगाया था चोरी का आरोप

पता चला है कि मृतक लक्ष्मण नामदेव का बेटा 3 दिन पहले पड़ोस में खेल रहा था। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले रिछारिया परिवार में चोरी हो गई। इस मामले में रिछारिया परिवार ने पुलिस में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी और लक्ष्मण के बेटे पर चोरी का आरोप लगाया था। पुलिस ने इसी मामले में उससे पूछताछ की थी। इसी दहशत में आकर आज लक्ष्मण ने अपने परिवार सहित खुदकुशी कर ली। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है।

20 हजार रु. और सोने-चांदी के आभूषण की चोरी का आरोप

ग्रामीण नंदराम ने बताया कि मुझे लक्ष्मण नामदेव ने बताया कि तीन दिन पहले बेटा राकेश रिछारिया के घर बॉल लेने गया था। उस पर राकेश ने चोरी का इल्जाम लगाया है। राकेश तीन बाद पूर्व सरपंच भिवानी सिंह के पास गया, तो उन्होंने थाने में शिकायत करने का कह दिया। लक्ष्मण को भी बुलाया और वहां उसे धमकी देकर कहा कि इसके खिलाफ चोरी की रिपोर्ट दर्ज करो, जब डंडे पड़ेंगे तो सब सच बाहर आ जाएगा। राकेश ने 20 हजार रुपए नगद व सोने-चांदी के आभूषण ले जाने का आरोप लगाया। चौकी प्रभारी लक्ष्मण के घर आए तो उन्होंने बेटे की पेंट भी देखी, उस पेंट की जेब में दो उंगली जाती हैं। पेंट में 20 हजार रुपए कैसे आ जाएंगे। बच्चा जब घर से बाहर निकल रहा था तब राकेश की मां भी मौजूद थीं। उनसे भी चौकी प्रभारी ने पूछा कि घर से बाहर निकलने पर बच्चे की पेंट में कुछ मालूम पड़ा। उन्होंने इससे मना कर दिया।

कल बेटे के खिलाफ हुई थी चोरी की शिकायत

एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि गुरुवार को हमारे पास एक आवेदक राकेश रिछारिया आया था। उसने यह लक्ष्मण नामदेव के बेटे पर चोरी का आरोप लगाया है। राकेश की शिकायत के आधार पर चोरी का मामला दर्ज किया था। मामले की जांच के लिए पुलिस परिवार के घर पर गई थी। परिवार के लोगों से पूछताछ भी की थी। उसके बाद आज यह घटना हो गई। लक्ष्मण नामदेव के बेटे ने पुलिस दबाव का आरोप लगाया है, उसकी भी जांच की जाएगी। आरोप सही साबित होने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया

कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा ‘टीकमगढ़ जिले के खरगापुर में लक्ष्मण नामदेव ने अपनी पत्नी और पुत्री के साथ ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। यह अत्यंत पीड़ादायक घटना है। मैं ईश्वर से सभी मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूं। साथ ही मैं मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात लाना चाहता हूं कि मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रताड़ना से पीड़ित होकर परिवार ने आत्महत्या की है। दो दिन पहले कटनी में भी एक दलित दंपती ने जहर खा लिया था और महिला की मृत्यु हो गई थी। वहां भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस उत्पीड़न का आरोप लगाया था।’

कांग्रेस बोली- सरकार जिम्मेदारों पर कार्रवाई करे

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव ने कहा कि मुझे पता चला है कि लक्ष्मण नामदेव और उनके परिवार को पुलिस चोरी के आरोप में फंसाने की धमकी दे रही थी। पुलिस की धमकी और प्रताड़ना से परेशान होकर परिवार ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में सरकार संज्ञान ले और न्यायिक जांच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करे।