मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिन किसानों की फसल क्षति हुई है, उनका सर्वें कराकर बीमा कम्पनी और सरकार नुकसान की भरपाई करेगी। वे आज सीहोर के अमलाहा में एक कार्यक्रम में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसान भाई चिंता न करें, उन्होंने कहा कि पहले पानी की कमी से किसानों की फसल खराब हो जाती थी और किसानों की लागत तक नही निकल पाती थी। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में पाइप-लाइन के माध्यम से नर्मदा का पानी पहुंचाया जा रहा है, जिससे किसान पर्याप्त मात्रा में खेतों में सिचाई कर सकें और फसल का उत्पादन अच्छा हो सके।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनों के जीवन में लाडली बहना योजना उजियारा बनकर आई है। आज मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना से बहनें अपने साथ-साथ अपने बच्चों और परिवार की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि हर महीने पैसे आने से बहनों को घर के साथ ही समाज में भी सम्मान मिला है। लाड़ली बहना योजना के तहत एक हजार रूपए प्रति महीने मिलने वाली राशि को अब 1250 रूपए कर दिया गया है। हर लाडली बहना को 250 रूपए के मान से बढ़ाते हुए 3000 रूपए की राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहनों की आंखों में कभी आँसू नही आने दूंगा। हर बहन की आमदनी 10 हजार रूपए हो, इसके लिए मैं निरंतर काम कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि किसान भाइयों को प्रधानमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत केन्द्र सरकार द्वारा 6000 रूपए दिए जाते है, अब प्रदेश सरकार की ओर से भी मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 6000 रूपए की राशि प्रदान की जा रही है। इससे किसानों को प्रतिवर्ष 12000 रूपए की राशि मिल रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास जमीन नहीं है, उन्हें पट्टा दिया जाएगा और उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान बनाकर दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना और उज्जवला योजना के परिवारों को अब 450 रूपए में एलपीजी गैस सिलेण्डर प्रदान किया जाएगा। सभी पंचायतों के गांव-गांव में 17 सितम्बर से लाडली बहना के फॉर्म के लिए लगाए गए कैम्पों की तरह ही एलपीजी गैस सिलेण्डर के लिए फॉर्म भरवाए जाएंगे। बीमार होने पर आयुष्मान कार्ड की मदद से नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की गई है। आयुष्मान कार्ड की मदद से बड़े-बड़े निजी अस्पतालों में भी नि:शुल्क इलाज करा सकते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठवीं और नवमीं कक्षा के दूसरे गांव स्कूल पढ़ने जाने वाले बच्चो को साइकिल खरीदने के लिए 4500 रूपए की राशि दी गई है, ताकि उन्हें स्कूल जाने में कोई परेशानी न हो। कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत से अधिक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप के लिए 25000 रूपए दिए गए हैं। अगले साल से 60 प्रतिशत लाने वाले बच्चों को भी 25000 रूपए लैपटॉप की राशि दी जाएगी। इसके साथ ही जो बच्चे 12वीं कक्षा में अपने स्कूल में टॉप आएंगे, उनमें बेटा और बेटी को स्कूटी दी गई है। अगले साल दो बेटा और दो बेटियों को स्कूटी दिलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मेधावी छात्र-छात्राओं की आईआईटी, मेडिकल और दूसरी उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार द्वारा भरी जाएगी।