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डेंगू पर रोक लगाने में स्वास्थ्य विभाग नाकाम, 14 नए मरीज मिले

सार

Bhopal: डेंगू का खौफ राजधानी भोपाल में बढ़ता जा रहा है। आए दिन नए लोग इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट भले ही इसे कंट्रोल करने का दम भर रहा हो लेकिन हकीकत में इसके मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। डेंगू से अब तक कई मौतें भी हो चुकीं हैं।

विस्तार

डेंगू पर रोक लगाने में स्वास्थ्य विभाग का अमला पूरी से नाकाम नजर आ रहा है। राजधानी में डेंगू के 14 नए मरीज मिले हैं। डेंगू मरीजों की कुल संख्या 775 पर पहुंच गई है। स्वास्थ विभाग का अनुमान था कि जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी वैसे वैसे डेंगू मरीजों की संख्या में गिरावट आने लगेगी। लेकिन ठंड बढ़ने के बावजूद डेंगू के प्रकोप के कोई कमी नहीं आई है। ऐसे में के हेल्थ विभाग के सारे दावे फैल हो गए हैं।
बीते साल से अधिक 
बता दें, इस साल राजधानी में बीते साल के मुकाबले डेंगू के ज्यादा मरीज हैं। ये सिलसिला अभी भी जारी है। साल 2022 में डेंगू के 675 केस सामने आए थे जबकि इस साल ये संख्या 775 पर पहुंच गई है। पिछले साल के मुकाबले अब तक 100 मरीज अधिक डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। इधर, स्वास्थ अमला डेंगू पर काबू पाने की बात कर रहा है लेकिन विभाग की तमाम कोशिशें नाकाम होती दिख रहीं हैं।
ऐसे पहचाने डेंगू
डेंगू संक्रमण से रक्त में डी-डाइमर का स्तर बढ़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप शरीर में दर्द, सीने में तेज दर्द, तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी और हाथ या पैर की त्वचा के रंग में बदलाव हो सकता है। फाइब्रिनोजेन परीक्षण (fibrinogen test)  फाइब्रिनोजेन के स्तर की जांच करने के लिए यह परीक्षण किया जाता है।
कैसे करें बचाव
डेंगू से बचने के लिए अपने आस पास सफाई रखें। मच्छरों को पनप ने न दें, दवा का छिड़काव करें। डेंगू में सबसे पहले फ्लू जैसे लक्षण सामने आते हैं और यह 2-7 दिनों तक रहता है। बुखार आने की स्तिथि में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।