मप्र की राऊ विधानसभा के जीतू पटवारी कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाते हैं। वे देश के चंद लोकप्रिय सोशल मीडिया नेताओं में शुमार हैं जिनकी हर पोस्ट को लाखों लोग पसंद करते हैं। इस बार मप्र के विधानसभा चुनाव में उन्हें राऊ विधानसभा सीट से करारी हार मिली है। यह वही विधानसभा सीट है जहां से वे पिछले दो चुनाव जीत चुके थे और इस बार भी अपनी बड़ी जीत के लिए पूरी तरह से आश्वस्त थे। भाजपा के मधु वर्मा ने उन्हें इस बार के चुनाव में 35522 वोट से मात दी है। 71 वर्षीय मधु वर्मा आईडीए के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं।
चुनाव में सोशल मीडिया पर नेताओं ने किया खूब खर्च
चुनाव प्रचार में नेताओं ने सोशल मीडिया पर खूब खर्च किया। किसी ने सोशल मीडिया मैनेजमेंट के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी तो किसी ने प्रोफेशनल कंपनियों को हायर किया। इन सबके बावजूद जीतू पटवारी का परिणाम बताता है कि सोशल मीडिया मैनेजमेंट तगड़ा होने के बावजूद भी वे मतदाताओं को अपने पक्ष में नहीं कर सके।
क्या कांग्रेस के सितारे गर्दिश में?
जीतू पटवारी की राहुल गांधी से भी खास मित्रता है। मप्र में हुए किसान आंदोलन के समय वह पुलिस से बचने के लिए राहुल गांधी को बाइक पर बैठाकर मंदसौर के लिए गए थे। तभी से जीतू पटवारी की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा हुआ था। जब 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सफलता मिली तो जीतू पटवारी कमलनाथ की कैबिनेट में मंत्री बनाए गए और उनका राजनीतिक कद बड़ा होता गया। इस बार के चुनाव में भी कमलनाथ ने उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति का सह-अध्यक्ष बनाया।
कौन हैं मधु वर्मा
मधु वर्मा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और इससे पहले वे आईडीए के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इससे पहले वाले चुनाव में जीतू पटवारी ने मधु वर्मा को पांच हजार से अधिक वोट के अंतर से हराया था।
सोशल मीडिया पर कितने फॉलोवर्स हैं जीतू पटवारी के
ट्वीटर – 10,00,000
फेसबुक – 9,67,000
इंस्टाग्राम – 272,000