उज्जैनकारोबारमध्य प्रदेश

एक मार्च को विक्रम व्यापार मेला, इंवेस्टर्स समिट और विक्रमोत्सव का आयोजन होगा, प्रमुख सचिव एमएसएमई नरहरि ने कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की

उज्जैन। एक मार्च को उज्जैन जिले में विक्रम व्यापार मेला, इंवेस्टर्स समिट एवं विक्रमोत्सव का आयोजन किया जायेगा। उक्त आयोजन वृहद स्तर पर आयोजित किया जाना है। तत्सम्बन्ध में आयोजन की तैयारियों के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव एमएसएमई पी.नरहरि ने समीक्षा की। उन्होंने कहा कि विक्रमोत्सव व्यापार मेला एवं इंवेस्टर्स समिट में क्या-क्या कार्य किये जाने हैं, इसकी लिस्ट बनाई जाये। इंवेस्टर्स समिट में जितने उद्योगपति आयेंगे, उसकी जानकारी भी तैयार रखें। उन्होंने कहा कि इंवेस्टर्स का फोकस विशेषतौर पर उज्जैन में रखा जायेगा। उज्जैन के अलावा अन्य जिलों में भी इंवेस्टर्स निवेश कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि आयोजन का एक पार्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम भी है, तो इस पर भी विशेष फोकस किया जायेगा। आने वाले इंवेस्टर्स के सामने हम उज्जैन एवं मालवा की सांस्कृतिक विरासत को साझा करेंगे। मालवा का फूड एवं अन्य विशेषताएं मेले के द्वारा परिलक्षित की जायेगी। नरहरि ने कहा कि मेले के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित विभाग तेज गति से कार्य करें। कल तक सभी विभाग अपनी जानकारी दें, ताकि मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रजेंटेशन प्रस्तुत कर उनकी मंजूरी ली जा सके। उन्होंने कहा कि नगर निगम को इस मेले के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण कार्य करने हैं, इसलिये बजट एवं अन्य सुविधाएं संचालनालय नगरीय प्रशासन द्वारा मुहैया कराई जायेगी।

एमपीआईडीसी के एमडी नवनीत कोठारी ने कहा कि इंवेस्टर्स समिट के लिये चयनित स्थान पर बड़ा-सा डोम बनाया जायेगा। इंवेस्टर्स के लिये बैठक की बेहतर व्यवस्था की जायेगी। एक सेक्टर उज्जैन का रखा गया है, जहां इलेक्ट्रॉनिक एवं ऑटोमोबाइल का प्रमोशन किया जायेगा। दूसरे अन्य सेक्टर बनाये गये हैं, जहां व्यावसायिक दुकानें, फूड झोन आदि रहेगा।

बैठक में बताया गया कि वाणिज्यिक कर विभाग इलेक्ट्रॉनिक एवं घरेलु उपकरणों के विक्रय पर एसजीएसटी में छूट सम्बन्धी प्रावधान करेगा। पर्यटन विभाग से समन्वय कर महाकाल दर्शन एवं होटलों रियायती दर पर उपलब्ध करायेगा। परिवहन विभाग मेले में विक्रय होने वाले गैर-परिवहन वाहनों तथा छोटे परिवहन पर पंजीयन शुल्क एवं रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट का प्रस्ताव मंत्री परिषद के समक्ष रखेंगे एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग आयोजन स्थल पर नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था एवं चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध करायेगा। पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग आदि भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।