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रोझानी के ग्रामीणों ने लिया चुनाव बहिष्कार का निर्णय, लंबे समय से की जा रही है सिरपोई डैम की मांग

सार

आगर-मालवा जिले के ग्राम रोझानी के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से सिरपोई डैम की मांग की जा रही है।
Agar Malwa Rojhani villagers decided boycott election demand for Sirpoi Dam has been going on for long time

विस्तार

आगर-मालवा में सिंचाई के पानी के लिए परेशान हो रहे बड़ोद विकास खंड के ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा डैम की मांग को लेकर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में रविवार रात को ग्रामीणों की एक बैठक आयोजित हुई और बैठक में ग्रामीणों ने गांव की समस्या को शासन-प्रशासन तक पहुंचाने के लिहाज से लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया।

बड़ोद क्षेत्र के ग्राम रोझानी, मल्लुपुरा, देवली, सिरपोई, रोझाना और फतेहगढ़ सहित आसपास के लगभग 15 गांव में सिंचाई के लिए नदी तालाब की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण अन्नदाता किसानों को कई वर्षों से पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सिरपोई डैम नहीं बनने के कारण ग्राम रोझानी के ग्रामीणों द्वारा सामूहिक रूप से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।

गांव की महिलाओं का कहना है कि पहले हमारी मांगें पूरी होंगी, उसके बाद ही हम चुनाव में वोट डालने जाएंगे। हमारे गांव में पीने और सिंचाई के लिए पानी की बहुत ज्यादा कमी है। यहां नदी तथा तालाब की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हमारे कुएं और बोरवेल भी जल्द सुख जाते हैं तथा गांव का जल स्तर भी बहुत नीचे है। समीप के गांव सीरपोई डैम की स्वीकृति लंबे समय से अटकी हुई है। हर बार चुनाव आते हैं और नेता बड़ी-बड़ी बातें और वादे करके चले जाते हैं। जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हो रहा है, न ही कोई वादे जनप्रतिनिधि पूरे कर रहे हैं। शासन-प्रशासन डैम की स्वीकृति के लिए लंबे समय से आनाकानी कर रहा है। जिले में कई डैम को स्वीकृति मिल चुकी है। वहीं, सिरपाई डैम कई वर्षों से फाइलों में अटका हुआ है। शीघ्र ही सिरपोई डैम को स्वीकृति मिले।

चुनाव के बहिष्कार को लेकर रविवार रात को गांव में एकत्रित हुए ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हम इस बार किसी के भी बहकावे में नहीं आएंगे। सिरपोई डैम की स्वीकृति को लेकर सभी किसानों एवं ग्रामीणों में खासी नाराजगी है। ग्रामीण वीरेंद्र सिंह राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक हम वोट नहीं देंगे।