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हाईवे पर लूट करने वाला गिरोह निकला सांवरिया सेठ का भक्त, दर्शन के लिए आते-जाते समय करते थे वारदात

सार

गैंग में शामिल सभी बदमाश घूमने-फिरने के शौकीन हैं। यह लोग ग्राम भाटपचलाना से ग्रामीण क्षेत्रों के रास्ते से होकर राजस्थान के सांवलिया जी दर्शन करने जाते थे। इस दौरान रास्ते में चोरी, लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देते थे। दर्शन के बाद रुपए खत्म होने पर वापस लौटते समय भी वारदात करते थे।

विस्तार

उज्जैन के भाटपचलाना क्षेत्र के बदमाशों को रतलाम पुलिस ने पकड़ा है, जो चोरी और हाईवे पर लूट की घटना के बाद सांवलिया जी के दर्शन करने जाते थे। रुपए खत्म होने पर हाईवे पर राहगीरों को लूटते थे। रतलाम के बिलपांक थाना क्षेत्र में एक बड़ी डकैती के बाद इन बदमाशों ने अपने घर भाटपचलाना में खाटू श्याम की भजन संध्या भी रखी थी। पुलिस सीसीटीवी की मदद से बदमाशों की गैंग तक पहुंची।

रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने गिरोह का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि उज्जैन जिले के ग्राम भाटपचलाना के रहने वाले बदमाशों की इस गैंग ने 11 जुलाई को बिलपांक थाना अंतर्गत गांव शिवपुर में रमेशचंद्र (73) पिता माणकलाल संघवी के घर पर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। रमेशचंद्र पत्नी कांता के साथ घर पर थे। रात्रि में बदमाशों ने इनके घर के चैनल गेट और दरवाजे का ताला तोड़ा। चार बदमाशों ने दंपती को डराकर घर में गोदरेज की अलमारी में रखी सोने की 1 चेन, 1 पैंडल, 3 अंगूठी, 1 जोड़ी कान के टॉप्स, कान की सरी, सोने की चूड़ी और घर में रखी करीब 50 हजार रुपए नगदी अपने साथ ले गए थे। पुलिस ने बीएनएस की धाराओं में डकैती का मामला दर्ज किया था। इसके बाद से लगातार बदमाशों की तलाश की जा रही थी।

बदमाशों की इसी गैंग ने 26 जून की रात्रि अनिल (48) पिता गेंदालाल उपाध्याय निवासी ब्राह्मणों का वास के साथ लूट की वारदात को फोरलेन पर अंजाम दिया था। उपाध्याय पत्नी के साथ घूमने निकले थे। घूमते हुए वह महू-नीमच फोरलेन पर चले गए। मांगरोल फंटे से वापस रतलाम की तरफ लौटते समय रात 11 बजे नोबल स्कूल से थोड़ी दूरी पर पीछे से दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने उनकी पीछा किया। फिर टक्कर मार नीचे गिराते हुए मारपीट कर खेत में ले गए। जिसके बाद मोबाइल, 20 हजार नगद और पत्नी के आभूषण लूट कर फरार हो गए थे। एसपी ने बताया कि पहले आरोपियों की वारदात को अंजाम देने के तरीके को समझा। सड़क मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे देखे गए। हाइवे से लेकर उज्जैन से रतलाम तक के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क मार्ग के सीसीटीवी तलाशे गए। सीसीटीवी के आधार पर ही एक व्यक्ति ग्रामीण अंचल में खेतों में कीटनाशक दवाई छिड़काव के काम को लेकर घूमता दिखाई दिया। वही, व्यक्ति अलग-अलग कैमरों में भी कैद हुआ। बाइक के नंबर देख खोजबीन शुरू की और क्लू मिल गया।

ऐसे मिला बदमाशों का पता
आरोपी को पकड़ा तो उसने अपना नाम विक्रम मामा (27) पिता बाबूलाल गायरी निवासी भाटपचलाना जिला उज्जैन बताया। इसके बाद पुलिस को पूरी गैंग की पुख्ता जानकारी के साथ अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें विकास उर्फ विक्की (23) पिता कैलाश बागरी, दिलीप (22) पिता देवीसिह बागरी, रवि (23) पिता शांतिलाल बागरी, संजय (22) पिता कैलाश, विक्रम मामा (27) पिता बाबूलाल, वीरेंद्र (19) पिता राधेश्याम, रुकमाबाई (40) पति कैलाश सभी ग्राम कल्याणपुरा थाना भाटपचलाना जिला उज्जैन, महेश (20) पिता कैलाश एवं जितेंद्र (20) पिता दारासिंह दोनों निवासी ग्राम खाताखेड़ी थाना भाटपचलाना शामिल हैं।

सोहनबाई उर्फ सोना पति दिलीप बागरी ग्राम कल्याणपुरा थाना भाटपचलाना अभी फरार है। चोरी गए सोने-चांदी के आभूषण और चोरी में प्रयुक्त तीन बाइक को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। एसपी ने बताया कि आरोपी रवि, विकास उर्फ विक्की, संजय व दिलीप ने पूर्व में ग्राम भाटपचलाना में भी लूटपाट की थी। जिन्हें भाटपचलाना पुलिस ने गिरफ्त में लिया था, जो वर्तमान में बड़नगर जेल में थे। उक्त चारों आरोपियों को पुलिस प्रोडक्शन के वारंट पर 22 जुलाई को बिलपांक थाने लाया गया। इनसे पूछताछ में बताया कि यह चोरी, लूट और डकैती की वारदात सभी सदस्यों के साथ मिलकर करते थे।

लूट का माल किसी ने पत्नी को दिया तो किसी ने अपनी मां को
गैंग में शामिल सभी बदमाश घूमने-फिरने के शौकीन हैं। यह लोग ग्राम भाटपचलाना से ग्रामीण क्षेत्रों के रास्ते से होकर राजस्थान के सांवलिया जी दर्शन करने जाते थे। इसी दौरान रास्ते में चोरी, लूट और डकैती की वारदात को अंजाम देते थे। यहां तक कि दर्शन के बाद रुपए खत्म होने पर भी वापस गांव लौटने के दौरान रास्ते में चोरी, लूट और डकैती करते थे। अभी तक चार से पांच लूट यह गैंग कबूल कर चुकी है। गांव शिवपुर में डकैती के बाद आरोपियों ने सारा माल अलग-अलग बांटा। आरोपी महेश व जितेंद्र ने जंगल में गड्ढ़ा खोदकर डकैती का सामान गाढ़ा था। बदमाश रवि ने अपने हिस्से की राशि और आभूषण घर पर रखी थी। आरोपी संजय और विक्की दोनों ने अपनी मां रुकमबाई पति कैलाश बागरी और दिलीप ने अपनी पत्नी को देना बताया। पुलिस ने आरोपी की मां के कब्जे से गले में पहनी डकैती की सोने की चेन जब्त कर उसे भी आरोपी बनाया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा तो उन्होंने 26 जून की रात्रि में हाइवे पर सवार दंपति के साथ लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।