उज्जैन। संभागायुक्त आशीष सिंह एवं कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों एवं निर्माण एजेंसी से त्रिवेणी के समीप ग्राम सिकंदरी में स्थापित निर्माण कार्य प्लांट का निरीक्षण कर मोक्षदायिनी मां शिप्रा नदी के तटों पर नवीन स्नान घाट निर्माण कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए। संभागायुक्त सिंह ने निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए कि नवीन घाट मजबूती के साथ निर्माण कर अगस्त 2027 तक पूर्ण कर लिए जाएं। संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने नवीन स्नान घाटों की सम्पूर्ण कार्य योजना की प्लांनिग (ड्राईंग) देखकर संबंधितों को आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि घाट निर्माण कार्य में भूमि अधिग्रहण की समस्या आने पर तुरंत जिला प्रशासन को संज्ञान में लाया जाए ताकि समस्या का निदान हो सके। उन्होंने निर्माण एजेंसी को निर्देश दिए कि शासन के निर्देशों के नियमों का अक्षरश: पालन सुनिश्चित किया जाए। घाटों की रैलिंग एवं टेण्डर अनुसार अच्छी गुणवत्ता के पत्थर लगाएं जाएं। इसके बाद संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने ग्राम उण्डासा तालाब पर (उप पड़ाव स्थल) नव निर्मित घाट का निरीक्षण किया और संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महापर्व 2028 में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मोक्षदायिनी मां शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर शनि मंदिर से लेकर भैरवगढ़ के पास नागदा बाईपास तक कुल 29.21 किलोमीटर लम्बाई में नवीन घाट निर्माण कार्य एवं संबद्ध कार्य योजना की प्रशासकीय स्वीकृति शासन के जल संसाधन विभाग द्वारा 778.91 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की गयी है। शिप्रा नदी के घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान के लिए आवश्यक जल स्तर व आवागमन बनाए रखने के लिए 3 वेंटेड कॉजवे का निर्माण प्रस्तावित है। घाट निर्माण कार्य एवं सम्बद्ध कार्य के लिए एजेंसी फ़लोदी कंस्ट्रशन एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड अधिकृत की जा चुकी है।