प्रकाश त्रिवेदी की कलम से

*प्रभारी मंत्री पर गिर सकती है गाज*

पहले शाही स्नान की असफलता और मेला क्षेत्र में मुलभुत सुविधाओं के आभाव ने प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह को कठघरे में ला दिया है। प्रभारी मंत्री की भूमिका से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व एवं प्रधानमंत्री कार्यालय खासा नाराज है।
उच्च पदस्थ सूत्रो के अनुसार पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से जबाब तलब किया है।
संघ से जुड़े सूत्र बताते है कि राम जन्म भूमि आन्दोलन से जुड़े कुछ संतो ने प्रभारी मंत्री की सीधे प्रधानमंत्री से शिकायत की है।
संघ और भाजपा का समन्वय देख रहे डॉ. कृष्ण गोपाल के पास भी इस तरह की शिकायते की गई है।
विचार परिवार से जुड़े संतो और संगठनो को सुविधाओ के लिए गुहार लगाना पड़ी है। प्रभारी मंत्री केवल अखाड़ो और कुछ संतो के लिए ही समय दे पाय है। बाकी संतो के लिए उनके पास समय नहीं है। खासकर विचार परिवार के संतो को ज्यादा असुविधाएँ झेलनी पड़ी है।
पीएमओ और अमित शाह की फटकार के बाद सी एम् आनन फानन में उज्जैन आये है। उच्च स्तरीय समीक्षा जारी है।
उत्तर प्रदेश और पंजाब के संतो की नाराजी पार्टी को चुनाव में भारी पड़ सकती है लिहाजा डेमेज कंट्रोल की कवायद जारी है।
बहरहाल प्रभारी मंत्री का राजनितिक भविष्य दांव पर है।