उज्जैनप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

कोन बनेगा मुख्यमंत्री?। बाबा महाकाल के दरबार में कैलाश,सिंधिया की अर्जी।

महाकाल असमंजस में है उनके दरबार में कैलास विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों ने मुख्यमंत्री बनने की अर्जी लगाई है। बाबा का धर्मसंकट यह हैं कि शिवराज भी उनके अनन्य भक्त है।

महाकाल बाबा का आशीष पाने के लिए शिवराज उनकी एक सवारी में नंगे पैर पैदल चले तो शाही सवारी में कैलाश विजयवर्गीय और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनका अनुशरण किया। कैलाश तो पूरे सवारी मार्ग में चले लेकिन सिंधिया ने आधा किलोमीटर चलकर अपनी मंशा जाहिर कर दी।
सिंधिया परिवार परम्परा से गोपाल मंदिर पर सवारी का पूजन करता रहा है लेकिन पहली बार ‘महाराज” गोपाल मंदिर से महाकाल तक पैदल चले इसके पूर्व उनके समर्थकों ने शहीद पार्क पर लक्ष्य 2018 के नाम से आयोजन किया तथा मध्यप्रदेश की कमान उन्हें देने की कांग्रेस आलाकमान से पुरजोर मांग की।
महाकाल की सिंधिया परिवार पर असीम कृपा रही है बाबा के दरबार में सिंधिया की अरदास कितनी सुनी जाती है समय बतायेगा।
कैलाश विजयवर्गीय बाबा के गण की तरह ही है भस्मारती में उनके आने का विश्व रिकार्ड बन सकता है। उनकी अर्जी भी बाबा के दरबार में अर्से से विचाराधीन है।
अभी तक उस पर सुनवाई नहीं हुई है । बाबा का असमंजस यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज भी उनके अनन्य भक्त है वे भी बार बार उनके दरबार में अपनी कुर्सी बचाने के लिए हाजरी लगाते रहते है। शिवराज की पत्नी साधना सिंह लगभग हर सोमवार बाबा के दर पर माथा टेकती है।
महाकाल अब धर्मसंकट में है किसको सत्ता प्राप्ति का आशीर्वाद दे।
बहरहाल उज्जैन मध्यप्रदेश में कोन बनेगा मुख्यमंत्री की प्रतिस्पर्धा का केंद्र बना हुआ है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline