देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम से

सिर्फ इन चार को थी नोट बंद होने की जानकारी ।

नई दिल्ली। कालेधन और बेनामी लेनदेन में सुनामी की तरह कहर बरपाने वाले मोदी के 1000 एवं 500 के नोट बंद करने के निर्णय की जानकारी सिर्फ चार लोगों को थी। मोदी मंत्रिमंडल और भाजपा के आलाकमान तक को इसकी भनक नहीं थी ।
पीएमओ में जानकार सूत्रों के मुताबिक़ प्रधानमंत्री मोदी ने एक माह पूर्व ही यह निर्णय कर लिया था, लेकिन कानोकान इसकी जानकारी किसी को नहीं थी।
मोदी के विश्वस्त आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल,संघ प्रमुख मोहन भागवत,राजस्व सचिव हंसमुख अड़िया के अलावा इस निर्णय की जानकारी किसी को नहीं थी,यहाँ तक वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तक को नहीं बताया गया ।
सूत्रों के मुताबिक मोदी को राजस्व इंटेलिजेंस की तिमाही रिपोर्ट ने विचलित कर दिया था इस रिपोर्ट के अनुसार दीपावली के बहाने 1000 और 500 के कई हजार करोड़ के नकली नोट कथित तौर पर बैंको में आ गए थे। मोदी के पास यूपी और पंजाब में चुनाव में बड़े पैमाने पर कालेधन के उपयोग की भी सूचना थी।
बहरहाल सेना अध्यक्षों के साथ बंद कमरा मीटिंग में इस निर्णय के बाहरी एवं भीतरी परिणामो पर , विचार कर तत्काल लागू कर मोदी ने साबित कर दिया कि वे लोकतंत्रसे पैदा हुए राष्ट्रवादी अधिनायक है।
प्रकाश त्रिवेदी@samacharline