देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम से

संघ और भाजपा में नोटबंदी को लेकर नाराजगी क्यों …… ??

 samacharline political  analysis |

क्या कालेधन के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को संघ का समर्थन नहीं है? …. अगर ऐसा है तो क्यों ? नोटबंदी को लेकर संघ की ओर से सरकार को अभी तक नैतिक समर्थन नहीं मिला है। जानकारों के अनुसार संघ प्रमुख मोहन भागवत को जरूर मोदी ने इस फैसले के बारे में बताया था लेकिन उनसे अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली है। संघ परिवार के अंतर्वर्ती सूत्र बताते है कि भाजपा और संघ के श्रेष्ठी वर्ग में इस निर्णय को लेकर कुछ नाराजगी जरूर है।

सरकार और संघ के बीच समन्वय का काम देख रहे डॉ.कृष्णगोपाल और संघ के अर्थविचारक बजरंगलाल गुप्ता अब इस निर्णय के पश्चातवर्ती परिणामो की समीक्षा कर रहे है,इस निर्णय से होने वाले आर्थिक-समाजिक प्रभाव का भी गहराई से अध्ययन किया जा रहा है। संघ अपनी पूरी तैयारी के साथ अधिकारिक राय व्यक्त करने के पक्ष में है।

मोदी चाहते थे कि संघ प्रमुख् भागवत अपनी और से इस निर्णय पर सरकार के समर्थन में बयान जारी करे,लेकिन भागवत तात्कालिक प्रतिक्रिया से बचना चाहते है क्योंकि उन्हें संघ और भाजपा के भीतर इस निर्णय को लेकर उभरे मतभेद की जानकारी दे दी गई है।

सरकार के उच्चपदस्थ सूत्र बताते है कि मोदी चाहते थे कि दिल्ली में इस निर्णय के दो दिन बाद हुए नवीन संघ मुख्यालय के शिलान्यास समारोह में भागवत अपने उदबोधन में इस निर्णय पर समर्थन व्यक्त करे,लेकिन भागवत कुछ नहीं बोले। जबकि इस समारोह में मौजूद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भागवत को मोदी की मंशा से अवगत करा दिया था।

संघ के साथ साथ भाजपा में भी कतिपय बड़े नेता इस निर्णय को पचा नहीं पा रहे है। पार्टी के सूत्रों के अनुसार कुछ मुख्यमंत्री,कुछ केंद्रीय मंत्री,सांसद, और बड़े नेता इस निर्णय से खुश नहीं है लेकिन संघ के मौन के कारण चुप है। संघ और भाजपा की चिंता इस निर्णय के क्रियान्वयन को लेकर भी है।इस निर्णय का सबसे ज्यादा असर पार्टी और संघ का समर्थन करने वाला मध्यवर्ग पर हो रहा है।पार्टी को वित्तपोषण देने वाले व्यापारी भी परेशान है,अब किसान भी हलाकान हो रहा है। बहरहाल मोदी की टीम ने काम तो कर दिया पर परिणाम अभी देखा जाना है। देखते है मोदी के गुरुकुल संघ की आधिकारिक प्रतिक्रिया क्या आती है।

प्रकाश त्रिवेदी@samcharline