देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

कभीं भी हटाए जा सकते है नंदकुमार सिंह चौहान।

दिल्ली। मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को कभी भी हटने के लिए कहा जा सकता है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दफ्तर में उनकी और उनके स्टाफ तथा सहयोगियो की गंभीर शिकायते पहुंची है। उन पर पार्टी पद और निगम-मंडल में पदों के लिए लेनदेन का आरोप है।
भाजपा में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार नंदकुमार सिंह की कार्यशैली से अनेक सांसद, विधायक,पार्टी पदाधिकारी नाखुश है। उनके निजी स्टाफ को राडार पर लिया जा रहा है। उनके स्टाफ में एक पूर्व प्रमोटी आईएएस के आने के बाद से नंदकुमार सिंह की परेशानियां बड़ी है।
उक्त आईएएस कांग्रेस शासन में भी खासे चर्चित रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के समय भी उनका जलवा था। नंदकुमार सिंह के साथ आने के बाद भाजपा में उनकी सक्रियता और कार्यशैली को लेकर नाराजगी बड़ी है।
नंदकुमार सिंह कभी विवादों में नही रहे है। उन्हें संगठन का व्यक्ति ही माना जाता रहा है।
दूसरे कार्यकाल में उनपर लगने लगे है। कटनी हवाल कांड में भी उनका नाम चर्चा में आया था। मामला अभी जांच में है।
अपनी कार्यकारणी में इंदौर के एक नेता को मीडिया टीम में लेने पर भी उन्हें जबाब तलब किया गया था। बाद में बात ठंडी हो गई।
भाजपा के अंतःपुर में इस बात की खूब चर्चा है कि मीडिया टीम का उक्त व्यक्ति नंदकुमार सिंह के नाम पर दुकानदारी कर रहा है।
संघ के वरिष्ठों के पास भी उनकी प्रामाणिक शिकायते पहुंची है।
सरकार और संगठन में पद दिलाने के नाम पर जमकर लेनदेन हुआ है।
नंदकुमार सिंह की और उनकी टीम की पुख्ता शिकायते पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की जानकारी में आ गई है। शाह के दफ्तर की कोर टीम अपने स्तर पर शिकायतों को जांच रही है।
अमित शाह तीन दिन के भोपाल दौरे पर आने वाले है। उनके आने के बाद ही नंदकुमार सिंह को हटाने या बनाए रखने का फैसला होगा।
21से 23 अप्रैल तक मोहनखेड़ा में प्रदेश कार्यसमिति है। कार्यसमिति में भी यह मुद्दा जोर पकड़ेगा।
बहरहाल यूपी चुनाव के चुनाव प्रबंधन को प्रदेश में भी लागू किया जा रहा है। इस लिहाज से भी नंदकुमार सिंह की छवि सुस्त नेता की है।
भाजपा की निर्णय प्रक्रिया के इर्द गिर्द रहने वाले सूत्र बताते है कि अमित शाह की पसंद जबलपुर के सांसद राकेश सिंह हो सकते है। प्रहलाद पटेल केंद्र में मंत्री बनना चाहते है,कैलाश विजयवर्गीय के नाम पर आमराय बनना मुश्किल है। वीडी शर्मा संघ का नाम संघ की और से आ सकता है। उनका प्रदेश व्यापी नेटवर्क भी है,और उनकी संगठन क्षमता प्रमाणित है। यदि नंद कुमार हटते है तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अपने खास गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह का नाम आगे बढ़ा सकते है।
लब्बोलुबाब यह है कि नंदकुमार सिंह अमित शाह के राडार पर है। देखना है उन्हें क्या सिला मिलता है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline