देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

पार्टी और जनप्रतिनिधियों में तालमेल नही,मंत्री सुनते नही।

भोपाल। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दौरे की पहले दिन की बैठकों के बाद छनकर आ रही खबरों के अनुसार सबसे ज्यादा शिकायते संगठन और जनप्रतिनिधियों के बीच तालमेल के अभाव की रही।
विधायकों ने मंत्रियों के मनमाने रवैये की शिकायत की तो सांसदों ने विधायकों और जिला अध्यक्षों के असहयोग की बात उठाई।
जिला अध्यक्षों ने अपनी प्रशासनिक उपेक्षा का मुद्दा उठाया तो कुछ ने जनप्रतिनिधियों पर समान्तर संगठन चलाने की भी शिकायत की।
अमित शाह ने जब खुलकर बोलने को कहा तो सब बैठक में उपस्थित संगठनमंत्रियो की और ताकने लगे।
पहले दिन का लब्बोलुबाब यह रहा कि पार्टी के पदाधिकारियों की भूमिका प्रभावी नही हैं। जिले और संभाग में तैनात संगठनमंत्रियों की कार्यशैली से नाराजगी उपज रही है। तालमेल के स्थान पर एक पक्षीय निर्णय करना और कतिपय दागी लोगो को आगे बढ़ाने की प्रवृति,लकदक जीवन शैली के कारण संगठन मंत्री आदर और सम्मान के स्थान पर भय और मनमानी के प्रतीक बन गए है।
बहरहाल बीमारी तो पकड़ में आ गई हैं। इलाज कितना कारगर होता है देखना है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline