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शक्ति के विराट स्वरूप का दर्शन भक्तिभाव सहित भरे मन से दी जा रही माता को विदाई

शक्ति के विराट स्वरूप का दर्शन
भक्तिभाव सहित भरे मन से दी जा रही माता को विदाई
देवास। नवरात्र के नौ दिनो तक नवदुर्गा पांडालों में धूम मची रही। जगमग रोशनी में मॉ की पूजा अर्चना, गरबे और महाआरती की गई। एकादशी को नवदुर्गा का विराट विसर्जन चल समारोह पारम्परिक हर्षोल्लास एवं धूमधाम से निकाला आ निकलना शुरू हुआ । वही शारदीय नवरात्र महोत्सव निर्विघ्र व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया।

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रविवार दोपहर 1 बजे पश्चात विराट नवदुर्गा विसर्जन चल समारोह में शामिल होने वाली नवदुर्गा प्रतिमाओं का सयाजी द्वार से एम जी रोड पर प्रवेश प्रारंभ हुआ। खेड़ापति नवदुर्गा उत्सव समिति द्वारा माता तुलजा भवानी एवं चामुण्डा की पूजापाठ कर सभी झांकियों को नम्बर प्रदान कर समिति अध्यक्ष व पदाधिकारियों का स्वागत किया जा रहा है। वही खेडापति मंदिर पर पुलिस अधिक्षक अशुमनसिंह,अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक अनिल पाटीदार,कोतवाली थाना प्रभारी राजीव भदौरिया द्वारा मंा चामुण्डा की विधिवत पूजा अर्चना कर आरती की गई। चलसमारोह एम जी रोड़,पिप्लीबाजार चौराहा,नावेल्टी चौराह,अलंकार टाकीज,पीठा रोड़,तीन बत्ती,पुराना बसस्टेण्ड,जवाहर चौक,नयापुरा,तुकोगंज रोड़ जनता बैक चौराहा से सुभाष चौक,जोशी पुरा,सांई मंदिर से अस्पताल तिराहा से विसर्जन स्थल पर रवाना हो रहे है। ढोल ताशे पर नांचती युवाओं की टोलियां और माता की जयकार के साथ निकले विसर्जन चल समारोह का मार्ग में प्रतिवर्षानुसार विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं द्वारा मंच सजाकर स्वागत किया गया। स्वागत मंचों से भक्तजनों को महाप्रसादी के रूप में विविध व्यंजनों का वितरण किया गया। माता के विसर्जन चल समारोह में आस्था के सैलाब में समाज की विराट शक्ति के दर्शन भी हुए।

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नवमी के दिन से नवदुर्गा विसर्जन का सिलसिला चल रहा है। दशहरे के दिन भी बड़ी संख्या में नवदुर्गा का विधि विधान से पूर्ण भक्तिभाव के साथ विसर्जन किया गया। चार पहिया वाहनों में ढोल धमाकों के साथ दिनभर दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जन की झांकिया निकलती रही। कई समितियों द्वारा नवमी के दिन मॉ की प्रतिमा को शुद्ध जल के छीटे डालकर पांडालों में ही विसर्जन की अनोपचारिक परम्परा निभाई गई। उक्त प्रतिमाएं आज रविवार को एकादशी पर निकलने वाले विशाल नवदुर्गा विसर्जन चल समारोह में सम्मलित हुई, तत्पश्चात प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। स्वागत मंचों से भक्तजनों को महाप्रसादी के रूप में विविध व्यंजनों का वितरण किया गया।