देशप्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

गुजरात चुनाव- मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल दोनों की सीट ख़तरे में।

अहमदाबाद । 50 हजार से अपनी जीत का दावा करने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की जीत को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है। भाजपा के आतंरिक सर्वे के अनुसार रूपाणी की सीट फंस गई है। हार जीत का अंतर 5 हजार से भी कम रहने की संभावना है। राजकोट की राजनीति के जानकार खुलेआम उनकी हार की भविष्यवाणी कर रहे है। रूपाणी का मुकाबला कर रहे कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु अपनी जीत का जश्न भी मना चुके है।
इधर मेहसाणा से लड़ रहे उप मुख्यमंत्री नितिन भाई पटेल को हारा हुआ उम्मीदवार माना जा रहा है उत्तर गुजरात मे भाजपा विरोधी लहर का असर दिख रहा है,और पाटीदारों की नाराजगी भी बहुत ज्यादा है।
पहले दौर में 89 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए है। इसमें जामनगर,द्वारका,सूरत,और राजकोट में भाजपा की हालत पतली है। ख़ुफ़िया रिपोर्टों के अनुसार 89 में से 48 सीट कांग्रेस जीत रही है।
भाजपा के नेता भी पहले दौर की वोटिंग में खुद को कमजोर मानते है।
गुजरात की राजनीति के जानकार बकुल भाई बताते है कि पाटीदार और राजपूतों ने एक साथ कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया है।
भाजपा के सूत्र बताते है कि चुनाव अभियान का केन्द्रीयकरण भी भाजपा के लिए नुकसानदेह रहा है।
बहरहाल 14 दिसम्बर को जिन क्षेत्रो में चुनाव होना उनमे मध्यगुजरात और आदिवासी क्षेत्रों में भाजपा बहुत मजबूत है। पार्टी को इन क्षेत्रों में 90 प्रतिशत सीट जीतने का भरोसा है।
150 + का दावा करने वाली भाजपा टहलते हुए चुनाव जीतने की उम्मीद में थी अब सरकार बनाने के जरूरी संख्या के लिए हांफ रही है।

प्रकाश त्रिवेदी@samacharline.com