उज्जैनदेवासदेशधर्मं/ज्योतिषमध्य प्रदेश

उज्जैन के महाकाल मंदिर में वर्ष में एक बार दिन में होने वाली भस्मारती श्रृंगार का लाईव वीडियो देखे

उज्जैन। महाशिवरात्रि के दूसरे दिन महाकालेश्वर ज्योतिलिंग में दिन में भस्मारती होती है यह आयोजन वर्ष में एक बार ही होता है। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिङ्ग महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर साल में एक बार दिन में 12 बजे भस्मारती होती हैं। वही सामान्य दिनों में महाकाल की भस्मारती अल सुबह 4 बजे होती है। जिसमें देश सहित कई लोग आरती का लाभ लेकर अपने जीनव को धन्य करते है।
शिवरात्रि के दूसरे दिन भी महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था में सुधार नहीं दिखा। श्रद्धालुओं को दो से ढाई किलोमीटर पैदल चलकर दर्शन के लिये मंदिर आना पड़ रहा था। जहां वृद्धों के लिये कोई व्यवस्था के दावे किये गये थे वह बेमानी साबित हुए, जबकि अधिकारी वीआईपी प्रवेश मार्ग तक अपने-अपने वाहन लेकर आते रहे जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। जबकि आम श्रद्धालुओं और वृद्धों के वाहन दो किलोमीटर पहले ही रोके जा रहे थे। वैसे महाकाल में हुई भस्मारती में अधिकारियों के परिवार का कब्जा रहा वही प्रशासनिक और न्यायपालिका आला अधिकारियों के परिजनो से भी नंदी गृह खचाखच भरा रहा। सांसद-विधायक के परिजन कार्तिक मंडप में बमुश्किल बैठ पाए। साथ ही कलेक्टर अपने ही आदेश का पालन नही करा पाए। देखने में यह भी आया कि प्रोटोकॉल के नाम पर अधिकारियों की मनमानी रही। जिसके कारण अब यही सही कहा जा सकता है कि भारत सरकार और राज्य सरकार के प्रोटोकॉल की अनके द्वारा अनदेखी की गई। । वही जनप्रतिनिधियों को गफलत में रखकर प्रशासन की मनमानी के कारण आम श्रद्धालुओं की दर्शन करने में एक दो करना पड़ी ।