उज्जैनदेवासदेशमध्य प्रदेश

जिला चिकित्सालय का होगा कायाकल्प….. जिलाधीश ने दो माह में पाँच बार किया दौरा, अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि भी रहे मौजूद….

देवास। गुणवत्तायुक्त हो जिला अस्पताल इस हेतु प्रयास किये जा रहे है, जिला अस्पताल और एक निजी अस्पताल के बीच की दूरी को खत्म करना, व अच्छी सेवा देने के प्रयास को लेकर जिलाधीश आशिष सिंह लगातार प्रयासरत है, इसी को दृष्टिग्रत रखते हुए शनिवार को अस्पताल का निरीक्षण किया गया। कुछ खास बात यह रही कि जिलाधीश के साथ समस्त जनप्रतिनिधि, समाज सेवी, व्यापारीगण महापौर आदि लोग मौजूद थे। एक और जहाँ जिलाधीश चिकित्सालय की आगामी तैयारियों को लेकर चर्चारत थे, वहीं इस बीच सीएमएचओ डॉ. सरल मोबाइल पर व्यस्त देखे गए, उन्होंने जिलाधीश की बातों को आई गई कर छोड़ दिया।
गौरतलब है, की जिलाधीश द्वारा औचक निरीक्षण जिला चिकित्सालय में आये दिन कर रहे है और इसी के चलते शनिवार को दोपहर में भी निरीक्षण किया गया। इस बार वे दो माह में पांचवी मर्तबा चिकित्सालय में आये उनके साथ जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। जिला अस्पताल का कायाकल्प करने उद्देश्य से उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं में हो रही लापवरवाही का विधिवत करेगें निराकरण साथ ही यहाँ भी निजी अस्पताल की तरह निजी रूम, व मरीजो का उच्च गुणवत्ता का उपचार किया जा सके और मध्य प्रदेश ही नही पुरे देश का सबसे अच्छा शासकीय अस्पताल हो इस हेतु प्रयास किये जा रहे है। इसके बावजूद भी शिकायतों का दौर थमा ही नहीं चिकित्सालय में मौजूद मरीजो ने चिकित्सा संबंधी शिकायत जिलाधीश से की।
प्रथम तल से शिकायत वाहन तक…….
चिकित्सालय के प्रथम तल पर जब कलेक्टर पहुंचे तो एक शिकायत की जिसमे उन्होंने कहा कि मरीज को चढ़ाने वाली बोटल बदलने की भी परेशानी रहती है। इस तरह अपनी शिकायत दर्ज कराई। वही निरीक्षण के बाद जाने के लिए अपने वाहन में बैठे थे की एक मरीज ने जिलाधीश को शिकायत कर कहा की डॉक्टर द्वारा उपचार व्यवस्थित नहीं किया जा रहा है। जिस पर जिलाधीश आशिष सिंह ने मरीज पर ध्यान देने की बात अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर से कही।
जिलाधीश व्यस्त तो मैं भी…….!!
जब चिकित्सालय में जिलाधीश समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों के साथ नवीन योजना के आधार पर चर्चारत थे, तभी सीएमएचओ डॉक्टर सरल मोबाइल पर व्यस्त दिखाई दिए। एक ओर अस्पताल के कायाकल्प को लेकर व्यस्तता बढ़ती नजर आई तो दूसरी और सीएमएचओ सरल अपने मोबाइल पर व्यस्त…….!!