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असफलता छुपाने के लिये आपातकाल का सहारा लेना पड़ा सर्जिकल स्ट्राइक का श्रैय देश के सिपाहीयों को जाता है- दिग्विजय सिंह


कांग्रेस आपसी समन्वय के साथ पुन: सत्ता में आयेगी :- दिग्विजय सिंह
भाजपा पार्टी पर लगाये कई आरोप
असफलता छुपाने के लिये आपातकाल का सहारा लेना पड़ा
सर्जिकल स्ट्राइक का श्रैय देश के सिपाहीयों को जाता है
देवास। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शहर में गत दिवस आये जहाँ उन्होनें माता मंदिर में दर्शन किये उसके साथ ही खेड़ापति हनुमान मंदिर में दर्शन कर कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं से रूबरू हुए। गुरूवार को दोपहर में स्थानीय मंडी धर्मशाला में पत्रकारों के साथ वार्ता कर उन्होनें भाजपा पार्टी पर लगातार प्रहार करते हुए आगामी चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए देश में फैल रही अराजकता पर अपनी बात रखी। उन्होनें कहा की पत्रकार जयकौशल के ऊपर हमला करने वाले अपराधी खुले आम घूम रहे हैं, भाजपा के ठकेदार, नगर निगम के ठेकेदार खुले आम घूम रहे हैं आज इस घटना को पन्द्रह दिन होने आये हैं मैं इस घटना की निंदा करता हूं साथ ही प्रेस काउंसिल में इस घटना की शिकायत करूंगा, इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए कांग्र्रेस पार्टी अब अपनी लड़ाई मीडिया के लिये लड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बात करते हैं इमरजेंसी की तो कांग्र्रेस पार्टी के सत्ता में रहते हुए लगाये गए आपातकाल में भी ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है। यह अघोषित आपातकाल है हम इसका विरोध करते हैं। इस बीच वे पत्रकारों के सवाल पर कह गये की सर्जिकल स्ट्राइक तो यूपीए सरकार के दौरान भी हुई है। इसका श्रैय किसी भी सरकार को नहीं जाता, इसका श्रैय केवल देश की आर्मी को, सिपाहीयों को जाता है। अगर देश के प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री इसका श्रैय ले रहे हैं तो वो गलत है देश की सीमा रक्षा के लिये हमारे जाँबाज सिपाही देश की रक्षा कर रहे हैं तो पूरा श्रैय उन्हीं को जाता है। कहा जाये तो कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया। जहाँ कई प्रकार के आरोप भाजपा पार्टी पर लगाये, इससे ये जाहिर हो गया की कांग्रेस पार्टी के नेताओं को एक करने की सोच से आये दिग्विजय सिंह अब कूटनीति के क्षेत्र में बड़ी बाजी खेलने की योजना बना रहे हैं, जिससे आगामी चुनाव में वे हारी हुई बाजी को पुन: पा सकें। इस हेतु वे समन्वय की बात को प्रमुखता से रखते हुए कह गए की पार्टी के सभी कार्यकर्ता अब एकजुट हैं।

आगामी चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए पार्टी में आपसी समन्वय का भाव नहीं है, जिसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पार्टी के कार्यकर्ताओं में आपसी समन्वय स्थापित करना चाहते हैं जिससे पार्टी पुन: सत्ता में आये, जिस पर एक प्रश्र पर उन्होनें कहा की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की आगामी चुनाव को देखते हुए आपसी समन्वय पार्टी के कार्यकर्ताओं में बेहद जरूरी है इस पर उन्होनें कहा की पहली बात यह है की व्यापमं का घोटाला किसने उठाया, ई टेण्डरी, अवैध रेत परिवहन का घोटाला जैसे अनेक घोटाले विधानसभा के अंदर व बाहर अभी अविश्वास प्रस्ताव आपके सामने आयेगा। विधानसभा के अंदर ये सारी बाते लायेंगे। पिछले दिनों होशंगाबाद के गुर्जरवाड़ा गाँव में भाजपा की पूर्व विधायक के भाई के डंपर ने दो लोगों पर चढ़ा दिये, गाँव वालों से पुलिस ने बदसलूकी की जिससे नाराज होकर वहाँ २५ डंपर जला दिये गए। और अब वहां ५०० लोगों पर पुलिस की कार्यवाही की गई। दिग्विजय सिंह ने भाजपा पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा की अवैध रेत खनन का सबसे बड़ा क्षेत्र बन चुका है जिसमें भाजपा पार्टी के विधायक इस खनन करने के कार्य में शामिल हैं। श्री सिंह ने प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा की रेत खनन में वे खुद और उनका परिवार शामिल है। मैंने नर्मदा परिक्रमा की थी, सेवा यात्रा सरकारी खर्चे की बरबादी थी, भाजपा पार्टी ने दावा किया था की साढ़े करोड़ पौधे लगाये गए हैं, लेकिन मेरी यात्रा के दौरान देखा की पहले १८ किमी चलने पर केवल तीन पौधे ही लगे दिखाई दिये। परिवार में भी मतभेद हो जाता है, इस मतभेद को खत्म करने के लिये समन्वय समिति है इसलिए आगामी दिनों में जिलों में समन्वय समिति के द्वारा मनभेदों को दूर किया जायेगा। भाजपा पार्टी के द्वारा सोशल मीडिया पर जारी आपातकाल को लेकर कहा की इस पर झूठी अफवाहें फैलाकर भाजपा पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करोड़ो रूपये प्रतिमाह खर्च कर रहे हैं। ऐसे लोग जिनको नरेन्द्र मोदी सोशल मीडिया पर फालो करते हैं, उन्होनें सौ-सौ फेक आईडी बना रखी है, उसमें नफरत फैलाने वाले लाग शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा उन्हें आपातकाल क्यों याद आया क्योंकी उनकी सरकार को ४ वर्ष हो गये, ना काला धन आया, ना १५ लाख रूपये जमा हुए, ना भ्रष्टाचार मिटा ना आंतकवाद खत्म हुआ, लगातार पेट्रोल, डीजल के भाव बढ़ते जा रहे हैं, इस प्रकार की असफलता छुपाने के लिये आपातकाल का सहारा लेना पड़ा। आगामी चुनाव को जिले की पाँचों विधानसभा सीट पर भाजपा पार्टी का कब्जा है जिसको लेकर वे महज यही बोले की हम केवल जीतने के लिये लड़ेगें, हम भाजपा की तरह नहीं है की जो सीटों पर आंकलन करेंगे।