कोच्चि: लगातार बारिश और पेरियार नदी पर बने बांध का फाटक खोले जाने के चलते कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट में पानी घुस गया है. एयरपोर्ट प्रशासन ने वहां से शनिवार तक सभी उड़ानों का परिचालन निलंबित कर दिया है. आने-जाने वाले सभी उड़ानों को तिरुवनंतपुरम या कालीकट स्थानांतरित कर दिया. नागर विमान मंत्रालय ने उड़ानों को मुम्बई या दूसरों स्थानों पर भेजने के बजाय केरल के अन्य हवाईड्डों का इस्तेमाल करने का राज्य का अनुरोध मान लिया है.
मंत्री ने ने ट्वीट कर दी जानकारी
नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, ‘हमने सभी घरेलू और विदेशी एयरलाइनों से कोचिन की अपनी उड़ानों के लिए त्रिवेंद्रम या कालीकट से टाइम टेबल तय करने को कहा है. इंटरनेशनल उड़ानों के संदर्भ में विशेष व्यवस्था की जरुरत होगी जो आपातस्थिति को ध्यान में रखकर मंजूर की गयी है. डीजीसीए समन्वय कायम कर रहा है.’ राज्य सरकार के इस अनुरोध पर कि छोटे विमानों को कोच्चि में नौसेना के हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाए, मंत्री ने कहा कि मंत्रालय छोटे विमान के लिए वैकल्पिक लैंडिंग स्थानों की संभावना पर गौर कर रहा है.
मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने नागर विमानन महानिदेशालय और विमानपत्तनम प्राधिकरण को फंसे हुए यात्रियों को कॉलसेंटर सुविधा प्रदान करने और सभी बचाव एजेंसियों को जरुरी सहयोग उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ताकि प्रकृति की इस मार को झेल रहे लोगों को यथाश्रेष्ठ सहयोग किया जाए.
राज्य सरकार चला रही है विशेष सुविधा
इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने सचिवालय में आवश्यक बैठक बुलायी थी. उन्होंने अधिकारियों से तिरुवनंतपुरम और कोझिकोड में विमानों से उतरने वाले यात्रियों को राज्य सरकार की बसों से उनके गंतव्यों तक पहुंचाने का इंतजाम करने को कहा. कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) ने पहले दोपहर दो बजे तक उड़ानों के परिचालन को निलंबित रखने का फैसला किया था.
सीआईएएल ने बाद में एक और परामर्श जारी कर कहा कि शनिवार दोपहर तक उड़ानों के परिचालन को निलंबित रखने का फैसला किया गया है. केरल में बाढ़ की स्थिति गंभीर हुई, मरने वालों की संख्या बढ़ कर 67 पहुंच चुकी है.