भोपालमध्य प्रदेश

आचार संहिता से पहले मेट्रो दफ्तर और कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण

भोपाल। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के 800 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भूमिपूजन करेंगे। कार्यक्रम गोविंदपुरा स्थित स्मार्ट सिटी कंपनी के दफ्तर में सुबह 10 बजे आयोजित होगा।

इन कार्यों का होगा भूमिपूजन

गर्वमेंट हाउसिंग फेस दो और तीन प्रोजेक्ट में 2300 फ्लैट 500 करोड़ की लागत से तैयार होंगे।

श्यामला हिल्स में 25 एकड़ पर 9 करोड़ से स्मार्ट पार्क तैयार होगा।

टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान को 14 एकड़ में स्मार्ट रूप में 20 करोड़ रुपए से विकसित करेगा।

पानी सप्लाई में लीकेज का पता लगाने के लिए 41 करोड़ रुपए स्कॉडा सिस्टम लगेगा।

एबीडी एरिया में शुरू होगा रोड नेटवर्क का काम

टीटी नगर में 18 किलोमीटर का रोड नेटवर्क बनाया जाएगा। इसकी लागत लगभग 175 करोड़ रुपए आएगी। वहीं डेढ़ एकड़ में 48 करोड़ की लागत से दो मंजिला हाट बाजार तैयार होगा।

स्मार्ट सिटी भवन की तीसरी मंजिल मेट्रो के नाम

मुख्यमंत्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव के स्मार्ट सिटी कार्यालय गोविंदपुरा स्थित भवन के तीसरी मंजिल पर बनाए गए भोपाल मेट्रो परियोजना के नवीन कार्यालय का शुभारंभ करेंगे।

कन्वेंशन सेंटर का शुभारंभ एक को

पर्यटन विकास निगम द्वारा अंतरराष्ट्रीय कंन्वेशन सेंटर के रूप में विकसित किए गए हेरिटेज इमारत मिंटो हॉल (पुरानी विधानसभा) का लोकार्पण एक अक्टूबर को शाम 6 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। 65 करोड़ की लागत से सेंटर में एचवीएसी, ऑडियो-वीडियो सिस्टम, बिल्डिंग मैनेमेंट सिस्टम स्थापित किए गए हैं। रूफ टॉप पर एक रेस्टोरेंट और कला वीथिका का निर्माण किया गया है।

कन्वेंशन सेंटर में सुविधाएं

600 व्यक्तियों की क्षमता का मुख्य हॉल।

80 व्यक्तियों की दर्शक दीर्घा।

120 व्यक्ति क्षमता के दो कमेटी रूम।

30 व्यक्ति क्षमता के बोर्ड रूम और मीडिया रूम ।

240 व्यक्ति क्षमता के दो मीटिंग रूम तैयार किए गए हैं।

प्रदेश का पहला भव्य और विशाल भारत माता मंदिर भोपाल में बनेगा

वाराणसी के बाद देश का दूसरा और प्रदेश का पहला भव्य और विशाल भारत माता मंदिर भोपाल में बनेगा। इसके लिए मनुआभान की टेकरी पर 12.5 एकड़ जमीन भी आवंटित हो चुकी है, अब सीएम शिवराज सिंह चौहान के हाथों एक सप्ताह के अंदर इसका भूमिपूजन होना है।

निगम ने इसके लिए एजेंसी भी तय कर ली है। लेकिन अड़चन ये है कि इस पर 21 करोड़ रुपए खर्च होना है, जबकि निगम ने इस साल के बजट में पांच करोड़ का प्रावधान किया है। बाकी राशि के लिए निगम ने संस्कृति विभाग को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन यहां से मदद नहीं मिली। निगम अधिकारियों का कहना है कि प्रयास है कि चुनाव आचार संहिता से पहले इस प्रोजेक्ट का भूमिपूजन हो जाए।

फंड नहीं होने से हुई देरी बता दें कि महापौर आलोक शर्मा की घोषणा में से यह एक है। नगर निगम केवर्ष 2017-18 के बजट में भारत माता मंदिर के लिए पांच करोड़ का प्रावधान किया था। इसके बाद वर्ष 2018-19 में इतनी ही रकम का प्रावधान किया गया। पहले जमीन आरक्षण में समय लगा, इसके बाद फंड की समस्या के चलते सालभर से काम चालू नहीं हो पाया।

डेढ़ साल में तैयार होना है मंदिर निगम ने भारत माता मंदिर निर्माण के लिए 24 करोड़ खर्च का आंकलन किया था। टेंडर के दौरान तीन कंपनियों ने रुचि दिखाई। निगम ने सबसे कम रेट पर काम करने के लिए सहमति देने वाली कंपनी एमएस इंफ्रास्ट्रक्चर को 21 करोड़ के लिए चयन कर लिया। एमआईसी भी इसे साल भर पहले ही काम सौंपने के लिए अपनी सहमति दे चुकी है।