दुबई। भारत ने शुक्रवार को एशिया कप के रोमांचक फाइनल में बांग्लादेश को 3 विकेट से हराकर खिताब हासिल किया। लिटन दास के पहले शतक (121) से बांग्लादेश ने 48.3 ओवरों में 222 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने अंतिम गेंद पर 7 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसी के साथ भारत ने सातवीं बार एशिया कप पर कब्जा जमाया, जबकि तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद बांग्लादेश अपने पहले खिताब से वंचित रहा।
तकवीर लिटन दास मैन ऑफ द मैच रहे। शिखर धवन मैन ऑफ द सीरीज चुने गए। भारत ने 5 साल बाद कोई वनडे टूर्नामेंट जीता। पिछली बार उसने 11 जुलाई 2013 को श्रीलंका को हराकर वेस्टइंडीज में त्रिकोणीय कप जीता था।
भारत को जीत के लिए अंतिम ओवर में 6 रन चाहिए थे जबकि उसके 3 विकेट शेष थे। गेंद महमदुल्लाह के हाथ में थी जबकि भारत के कुलदीप यादव और केदार जाधव क्रीज पर थे।
अंतिम ओवर का रोमांच (जीत के लिए चाहिए 6 रन)
गेंदबाज : महमदुल्लाह
- 6 रन चाहिए – 6 गेंद – 1 रन बनाया कुलदीप ने
- 5 रन चाहिए – 5 गेंद – 1 रन बनाया जाधव ने
- 4 रन चाहिए – 4 गेंद – 2 रन बनाए कुलदीप ने
- 2 रन चाहिए – 3 गेंद – –, कोई रन नहीं बनाया कुलदीप ने
- 2 रन चाहिए – 2 गेंद – 1 रन बनाया कुलदीप ने
- 1 रन चाहिए – 1 रन – 1 रन बनाया जाधव ने
- लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को पहला झटका 35 के स्कोर पर लगा जब धवन 15 रन बनाकर नजमुल इस्लाम की गेंद पर सौम्या सरकार को कैच दे बैठे। अंबाती रायुडू मात्र 2 रन बनाकर मुर्तजा की गेंद पर विकेटकीपर रहीम को कैच थमा बैठै। अब रोहित से बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वे 48 रन बनाने के बाद रूबेल की गेंद पर डीप स्क्वेयर लेग बाउंड्री पर नजमुल को कैच थमा बैठे। उन्होंने 3 चौके और 3 छक्के लगाए। दिनेश कार्तिक ने इसके बाद चौथे विकेट के लिए महेंद्रसिंह धोनी के साथ 54 रन जोड़े। महमदुल्लाह ने कार्तिक (37) को एलबीडब्ल्यू कर इस साझेदारी को तोड़ा।
महेंद्रसिंह धोनी 36 रन बनाने के बाद मुस्ताफिजुर रहमान की ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को जगह पर से खेलने में विकेटकीपर रहीम को कैच दे बैठे। केदार जाधव 5 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए। जडेजा 23 रन बनाकर रूबेल की गेंद पर विकेटकीकर रहीम को कैच थमा बैठे। अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था लेकिन रिव्यू के बाद उन्हें आउट दिया गया। चोटिल केदार जाधव वापस क्रीज पर उतरे। इसके बाद मुस्ताफिजुर ने भुवी (21) को रहीम के हाथों झिलवाया। जाधव (23 नाबाद) ने कुलदीप (5 नाबाद) के साथ मिलकर जीत दिलाई।
भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। यह फैसला तब गलत दिखा जब बांंग्लादेश को लिटन और मेहदी हसन ने अच्छी शुरुआत दिलाई। लिटन ने जडेजा की गेंद पर चौका लगाकर करियर की पहली फिफ्टी पूरी की। उन्होंने 33 गेंदों में 4 चौकों और 2 छक्कों की मदद से फिफ्टी पूरी की। इससे पहले उनका सबसे ज्यादा स्कोर 41 था जो उन्होंने इसी टूर्नामेंट में अफगानिस्तान के खिलाफ बनाया था। लिटन (52) इसी ओवर में जडेजा की गेंद को हवा में खेल बैठे लेकिन चहल ने मिडविकेट पर उनका कैच छोड़ा।
भारत को पहली सफलता केदार जाधव ने दिलाई जब उन्होंने मेहही हसन (32) को रायुडू के हाथों झिलवाया। उन्होंने लिटन के साथ पहले विकेट के लिए रिकॉर्ड 120 रनों की साझेदारी की। इमरूल कायस 2 रन बनाकर चहल की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हुए। फॉर्म में चल रहे मुश्फिकुर रहीम मात्र 5 रन बनाकर केदार के शिकार बने। उन्होंने बुमराह को कैच थमाया। महमदुल्लाह 4 रन बनाकर कुलदीप की गेंद पर डीप मिडविकेट पर बुमराह को कैच थमा बैठे। लिटन 117 गेंदों में 12 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 121 रन बनाने के बाद कुलदीप की गेंद पर धोनी द्वारा स्टंप किए गए। लिटन के करियर का यह पहला शतक है। मुर्तजा 7 रन बनाकर कुलदीप की गेंद पर धोनी द्वारा स्टंप किए गए। कुलदीप यादव ने 45 रनों पर 3 विकेट लिए जबकि केदार जाधव ने 41 रनों पर 2 विकेट अपने नाम किए।
भारत ने प्लेइंग इलेवन में 5 बदलाव किए। बांग्लादेश ने एक बदलाव कर मोमिनुल हक की जगह नजमुल इस्लाम को शामिल किया। भारत इस मैच में अपनी फर्स्ट प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान में उतरेगा, इसलिए टीम में रोहित शर्मा, शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल की वापसी होगी। इस वजह से केएल राहुल, मनीष पांडे, खलील अहमद, सिद्धार्थ कौल और दीपक चाहर को बाहर बैठना पड़ा।