मांगलिया स्थित पेट्रोलियम डिपो से पेट्रोल पंपों पर सप्लाय होने वाले डीजल में मिलावट का मामला सामने आया है। राऊ के एक पेट्रोल पंप पर पहुंचे डीजल से भरे टैंकर में ब्लू डाई की मिलावट पकड़ी गई। मामले में पुलिस ने मांगलिया डिपो के भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि.के मुख्य प्रबंधक, डिपो मैनेजर सहित छह के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
राऊ टीआई नलिन बुधौलिया के मुताबिक, शनिवार दोपहर डिपो से रंगवासा स्थित मेसर्स मेहर फ्यूल (पेट्रोल पंप) पर टैंकर (एमपी 09एचएफ 9833) में डीजल पहुंचा था। टैंकर खाली करते वक्त पंप संचालक जसपालसिंह चड्ढा को डीजल का रंग नीला देख शक हुआ। उन्होंने थाने पर शिकायत कर दी। पुलिस ने टैंकर सील कर जिला आपूर्ति नियंत्रक लौनिया मुजाल्दा से जांच करवाई।
रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि डीजल में ब्लू डाई मिला हुआ था। जांच के बाद रविवार दोपहर पुलिस ने बीपीसीएल के मुख्य प्रबंधक नारायणलाल मीणा, डिपो मैनेजर पराग डुकारे, कर्मचारी समरसिंह, ट्रांसपोर्टर आनंदीलाल शर्मा और ड्राइवर राहुल राठौर व रामबाबू बैरागी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया। टीआई के मुताबिक, टैंकर में डीजल और पेट्रोल के अलग-अलग कंपाउंड बने हुए हैं। मिलावट डीजल में मिली है, जिसमें करीब पांच हजार लीटर डीजल भरा हुआ था।
ड्राइवर-कर्मचारियों के भरोसे अफसर
टीआई के मुताबिक, डिपो पर डीजल-पेट्रोल भराने जाने वाले टैंकरों को जांच के बाद ही भरा जाता है। लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं। कर्मचारी और ड्राइवर के भरोसे टैंकर भरकर रवाना कर देते हैं। शक है कि लंबे समय से मिलावट चल रही थी। पुलिस ने कंपनी से ड्यूटी पर तैनात अन्य अधिकारी व कर्मचारियों का रिकॉर्ड भी मांगा है।
ट्रांसपोर्टर को ब्लैकलिस्ट करने की साजिश का शक
पुलिस को यह भी शक है कि ट्रांसपोर्टर के विरोधी गुट ने कंपनी में ब्लैक लिस्ट करवाने की साजिश तो नहीं रची। पुलिस के मुताबिक, बीपीसीएल में ट्रांसपोर्टर के दो गुट चलते हैं। पिछले दिनों दोनों में विवाद भी हुआ था। शक है कि विरोधियों ने खाली टैंकर में ब्लू डाई मिला दिया हो।
66 पंप हैं भारत पेट्रोलियम के
जिले में 266 पेट्रोल पंप हैं, जिनमें से 66 भारत पेट्रोलियम के हैं। यदि डिपो से टैंकरों में मिलावट हो रही है तो पंपों पर आने वाले वाहनों में भी मिलावटी डीजल भरा जाता होगा। इसका असर सीधे वाहनों के इंजन में पड़ता है।