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फिर बस के हुए ब्रेक फैल……!! बड़ा हादसा टला, बस से बस टकराई भंगार हो चुकी बसों को कैसे मिल रहा परमिट

फिर बस के हुए ब्रेक फैल……!!
बड़ा हादसा टला, बस से बस टकराई
भंगार हो चुकी बसों को कैसे मिल रहा परमिट
देवास।
शहर का एक मात्र बस स्टैंड जहाँ प्रतिदिन हजारों यात्री बस से सफर करते है। यहाँ पर से ग्रामीण क्षेत्रों की और जाने वाली कई बसें संचालित की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों की और जाने वाली बसों की स्थिति भंगार की तरह हो चुकी है। जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसी के तहत आये दिन इन बसों के कभी भी ब्रेक फैल हो जाते है, या बस में कोई बड़ी हानी होने की संभावना बनी रहती है। ऐसे में यात्रियों की फजीहत होना आम बात रहती है। फिर भी कहा जाए तो आरटीओ विभाग ऐसी बसों को परमिट क्यों जारी करती है, कही इसके पीछे भी कोई आंतरिक लाभ तो नहीं है…..!
शहर के बीच बना बस स्टैंड जहां प्रतिदिन हजारों यात्री बसों से सफर करते हैं, कई वर्षों पूर्व मप्रराज्य परिवहन निगम की बसें भी यहीं से संचालित की जाती थी। लेकिन सरकार ने अतिरिक्त नुकसान होने की दशा में उन्हें बंद कर दिया और अनुबंधित प्रणाली से बसों का संचालन आरंभ किया जिससे यात्रीयों को अपने गंतव्य में पंहुचने के लिये सहारा मिल गया। इन बसों का सही मैंटनेंस, और अन्य जरूरी दस्तावेज होने की दशा में आरटीओ विभाग परमिट जारी करता है। जिसके आधार पर बसें संचालित की जाती है। लेकिन यहां पर हालत ही कुछ और है, यहां कई ऐसी भी बसें संचालित होती हैं जिसकी स्थिति व दशा भंगार की तरह हो, यहां आरटीओ विभाग भी ऐसी बसों को परमिट जारी कर सडक़ पर चलने के लिये छोड़ देता है, फिर चाहे कैसी भी घटना घटित हो जाये। मंगलवार सुबह ऐसी ही बसों के संचालन में ग्रामीण क्षेत्र की और जाने वाली बस क्रमांक एमपी 45 पी 0195 प्रतिदिन की भांति खड़ी हुई थी, अचानक से बस के ब्रेक फैल हो जाने से बस अनियंत्रित हुई और इंदौर की और जाने वाली बस क्रमांक 41 पी 1105 से टकरा गई। जिससे कोई जनहानी तो नहीं हुई लेकिन एक बस से दूसरी बस का नुकसान जरूर हुआ। ये कोई पहला मामला नहीं था, इससे पहले भी ऐसी घटनाऐं हो चुकी है, जिसके चलते बस के ब्रेक फैल हो जाने की दशा में कई जानें तक जा चुकी है। उल्लेखनीय है की नवरात्री पर्व के दौरान रात को एबी रोड़ पर यातायात चौकी के समीप एक बस की ब्रेक फेल होने से बड़ा हादसा होते-होते बचा था। मंगलवार को हुए इस हादसे के दौरान गनीमत रही की उस समय कोई यात्री मौके पर नहीं था नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। समझ में परे यह है कि महात्मा गांधी बस स्टैंड पर इस तरह भंगार हो चुकी बसों को क्यों आने दिया जाता है। मंगलवार सुबह हुए घटना के बाद बस स्टैंड पर भीड़ लग गई और लोग यह कहते सुने गए कि बड़ा हादसा होने से टल गया, क्यों प्रशासन इन बसों को बस स्टैंड पर आने की अनुमति देता है।