सीएसपी के अस्पताल पहुंचने पर हुई एमएलसी
देवास। महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय भगवान भरोसे ही है क्योंकि यहां आए दिन लोगों को परेशान होता देखा जाता है। कई बार तो नये अधिकारी आकर इस की दुर्दशा पर चर्चा करते है ओर फिर वह चर्चा आया राम गया राम हो जाती है। ऐसा ही एक मामला रविवार को महात्मा गांधी अस्पताल मैं देखने को मिला जहां पर पुलिस भी डॉक्टरों से 7 घंटे से अधिक समय तक परेशान होकर थक हारकर बैठ गई। हम बात कर रहे है सिविल लाइन थाने के अंतर्गत कुछ समय पहले अपहरण व बलात्कार के मामले में महाराष्ट्र से लेकर आई पीड़िता की जब रविवार को सिविल लाइन थाने की महिला कांस्टेबल दोपहर में बलात्कार व अपरहण के लिए पीड़िता की एमएलसी करवाने अस्पताल पहुंची थी तब ड्यूटी नर्स ने शाम को आने का कह कर लौटा दिया था इसके बाद महिला कॉस्टेबल पीड़िता को लेकर शाम को फिर से महात्मा गांधी जिला चिकित्सालय पहुंची तब भी उसे वहां पर डॉक्टर नहीं मिले इंतजार के बाद यह बात महिला कांस्टेबल ने थाना प्रभारी विवेक कनोडिया को बताई लेकिन वायरलेस पर पुलिस अधीक्षक का पॉइंट चलते ही तत्काल नगर पुलिस अधीक्षक विजयशंकर द्विवेदी महात्मा गांधी जिला अस्पताल पहुंच चुके थे और अस्पताल से ही तत्काल सिविल सर्जन व सीएमएचओ को मोबाइल पर फोन लगाया जिसके बाद सीएमएचओ डॉक्टर सरल ने तत्काल महिला डॉक्टर अर्चना पवनीकर को अस्पताल पहुचाया तब जाकर रात में कही पीड़िता की एमएलसी हो सकी। जब पुलिस के यह हाल है तो आम व्यक्ति के क्या हाल होंगे। अब यह कहना भी उचित नही होगा कि महात्मा गांधीअस्पताल भगवान भरोसे ही चल रहा है जो खाकी को भी एमएलसी के लिए परेशान होना पड़ा लेकिन अब जवाबदार क्या कार्यवाही करते है यह देखना होगा।
यह कहना सीएमएचओ का
एमएलसी के बारे ने जब डॉ सरल से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि इस तरह की लापरवाही कैसे हुई इसकी जांच करवाई जाएगी जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।