ग्वालियर। हाई स्पीड ट्रेन -18 नागपुर होते हुए दिल्ली जा रही थी। इस बीच मंगलवार को राजधानी एक्सप्रेस को निकालने के लिए ट्रेन को सुबह 6.42 बजे ग्वालियर स्टेशन पर मेन लाइन पर रोका गया। ट्रेन के रूकते ही सेल्फी लेने वालों की भीड़ लग गई। हालांकि ट्रेन का अधिकांश हिस्सा गत्तों के जरिए ढंका गया था, जबकि कुछ हिस्सों को सील करके रखा गया था। ट्रेन ग्वालियर में 23 मिनट खड़ी रही।
देश की आधुनिक व देश में बनी पहली हाई स्पीड ट्रेन 18 इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन जब ग्वालियर से गुजर रही थी कि उसी समय राजधानी को निकलना था। ऐसे में हाई स्पीड ट्रेन को ग्वालियर में मेन लाइन पर रोका गया। ट्रेन सुबह 6.42 से सुबह 7.05 बजे तक स्टेशन पर रूकी।
इस दौरान कर्मचारियों के साथ ही भारी संख्या में यात्रियों की भीड़ इसे देखने के लिए उमड़ पड़ी। ऐसे में आरपीएफ को भीड़ को संभालने के लिए मौजूद रहना पड़ा। जिससे कोई ट्रेन को छूने या अंदर दाखिल होने का प्रयास नहीं करे। ट्रेन के शीशों को गत्तों के जरिए कवर किया गया है। राजधानी के गुजरने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। दिल्ली में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी इस ट्रेन का निरीक्षण करेंगे, इसके बाद ट्रायल के लिए भेजा जाएगा।
मुरादाबाद में होगा ट्रायल
ट्रेन-18 रेलवे के शोध संस्थान के अधिकारियों के अधीन है। यह अधिकारी ही आधुनिक मशीनों व तकनीक के माध्यम से इस ट्रेन का परीक्षण करेंगे। इस ट्रेन का पहला ट्रायल मुरादाबाद से सहारनपुर के बीच चिन्हित करीब 100 किमी के ट्रैक पर होगा। जिसमें इसकी तकनीकी बारिकियों को परखा जाएगा।
दो अलग-अलग ट्रायल होंगे
ट्रेन-18 पूरी तरह से देश के लिए नई है, इस प्रकार की कोई ट्रेन अब तक नहीं बनी है। इसे ध्यान में रखते हुए इसका बारीकी से परीक्षण किया जाएगा। मुरादाबाद के बाद स्पीड चेक करने के लिए इसका ट्रायल दिल्ली से मथुरा रूट पर भी होगा।
इनका कहना है
हाई स्पीड ट्रेन-18 सुबह करीब 6.42 बजे ग्वालियर में रूकी थी। सुबह 7.05 बजे ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन दिल्ली की तरफ जा रही थी, एक ट्रेन को निकालने के लिए इसे रोका गया था।
-मनोज सिंह, पीआरओ झांसी मंडल