उज्जैनदेवासमध्य प्रदेश

सभापति के वार्ड से भी नही मिले राजघराने को वोट महाराज के करीबी माने जाने वाले लोगों के वार्ड से मिली हार

महाराज के करीबी माने जाने वाले लोगों के वार्ड से मिली हार
देवास।
जिसे महापौर बनाने का दावा कर क्षेत्र से वोट माँगे थे उसी क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा। भाजपा विधायक प्रत्याशी ने विशेष वर्ग से वोट माँगने के लिये कई प्रकार के कयास किये थे। जिसमें वर्ग विशेष के क्षेत्र से वोट का जनाधार उनके पक्ष में मिले इस हेतु निगम सभापति को इसका दायित्व सौंपा गया था। लेकिन सभापति वार्ड से ही विधायक हार गई। सूत्र बताते हैं की सभापति के वार्ड से चुनाव के दौरान जनसंपर्क करते हुए आमजनों से भाजपा विधायक प्रत्याशी ने कहा था की ये अभी सभापति हैं चुनाव होने के पश्चात महापौर के लिये ये ही दावेदारी करेंगे। इसी तरह निगम के सत्तापक्षीय पार्षद के वार्ड से भी विधायक प्रत्याशी बड़े मतों से पराजित हुई। अब यहां सोचने की बात है की इन दोनों के वार्ड से हारने के बाद भी क्या ऐसे नेताओं को विधायक फिर एक मौका देगी या……?
अंसार एहमद जो की निगम सभापति भी है अब वे आने वाले महापौर पद के दावेदार रहेंगे। उक्त कथन सूत्रों के आधार पर बताये गए हैं, भाजपा विधायक प्रत्याशी गायत्री राजे पवार ने चुनावी जनसंपर्क के दौरान अंसार एहमद के वार्ड क्रमांक 27 के आंनद नगर में चुनावी जनसपंर्क में कही थी। जहां वोटों की लालसा पूर्व से इसी मान के लिये थी की जैसे भी हो वोट मिल जाये। अब जब चुनाव के बाद मतगणना हुई तो ये खुल कर सामने आ ही गया की निगम सभापति के वार्ड से श्रीमती राजे से जो वादे किये थे उसके बावजूद वे वहां से हार गई। अब सवाल ये उठता है की क्या निगम सभापति अंसार एहमद इसके बाद भी महापौर पद के दावेदार रहेंगे, या फिर कहीं इनका पैलेसे से डिमोशन तो नहीं होगा…? वहीं रसलपुर वार्ड क्रमांक 17 की बात करें तो वहां के भाजपा पार्षद इरफान अली के वार्ड से विधायक बड़े अंतर से हारी जिस पर सवाल दर सवाल अब बनते जा रहे हैं कि आखिरकार विधायक को हराने के लिये इन्होनें काम किया था की जितने के लिये प्रयास किये थे ? ऐसे ही वार्ड क्रमांक 7 नौसराबाद से भी गायत्री राजे पवार को बड़ी हार मिली अब ऐसे में कैसे इन सिपाहीयों पर भरोसा किया जाये ये बड़ा प्रश्र है।
महापौर का सपना देख रहे
राजनितीक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निगम सभापति का वार्ड क्रमांक 27 आनंद नगर मोती बंगला जहां उन्हीं के क्षेत्र आनंद नगर में जनसंपर्क दौरान सभापति अंसार एहमद को विधायिका ने सपना दिखाते हुए महापौर पद की दावेदारी करने की बात कही थी। उन्हीं के वार्ड से अंसार एहमद ने इस हेतु काफी जतन किये थे की वे विधायक वहां से लंबी जीत दर्ज करे। नगर निगम के केन्द्र क्रमांक 190 से 195 से लंबी जीत तो दूर की बात रही वहां से वे 260 वोटों से हार गई। अब ऐसे में क्या विधायिका महापौर पद के लिये सभापति अंसार एहमद को दावेदारी करने के लिये कहेगी, या वे खुद इसके लिये प्रयास करेंगी। वैसे तो महापौर पद के लिये अंसार एहमद ने बड़े सपने संजो कर रखे हैं। अब इन सपनों पर वे कितना खरा उतरें ये अब सबके सामने है।
ये भी कम नहीं
विधानसभा चुनाव में वोट की राजनीति करते हुए निगम पार्षद ने काफी प्रयास किये की पार्टी का उम्मीदवार लंबी जीत दर्ज करे। इस पर ये क्या वाकई निगम पार्षदों ने मेहनत की या कुछ और। निगम पार्षद रसलपुर क्षेत्र वार्ड क्रमांक 17 व उनके केन्द्र क्रमांक 143 से 146 में 444 वोटों से विधायिका गायत्री राजे पवार को हार का सामना करना पड़ा। अब इन पर कितना भरोसा जताया जाये ये खुद विधायिका देख लें। इसी तरह नौसराबाद क्षेत्र से शकील शेख अपना जो अपनेा आप को राजघराने के साथ विक्रमसिंह पवार के करीबी बताते है वहां से भी 186 वोटों से भाजपा हार गई।
ये तो अपने ही थे
विक्रम सिंह पवार के खास माने जाने वाले इमरान दर्पण के वार्ड क्रमांक 36 के केन्द्र क्रमांक 260 से 265 तक में 1818 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। गौरतलब है की इमरान दर्पण वो चेहरा है तो महाराज विक्रम सिंह पवार के साथ ही दिखाई देता है, ऐसे में इन चेहरों पर कितना भरोसा किया जाये ये विचारनीय है। फिर भी महाराज को अब विचार करना होगा अपनी अगली पारी के लिये, क्या ऐसे चेहरों के साथ दाव लगायेंगे अपनी दूसरी पारी में।
ये तो सोचा ही नहीं था
कहने को सांसद प्रतिनिधि के रूप से चर्चा में रहे वार्ड क्रमांक 39 के भाजपा पार्षद बाली घोसी जिनके वार्ड से उम्मीद थी की श्रीमती गायत्री राजे पवार यहां से लंबी जीत दर्ज करेगी। लेकिन यहां तो कुछ उल्टा ही हो गया यहां पर केन्द्र क्रमांक 244 से 248 तक श्रीमती राजे को कुल 930 वोट मिले वहीं कांग्रेस के जयसिंह ठाकुर को 1804 वोट मिले। यहां से राजे को 934 वोटों से हारी। कहा जाये तो राजे को जितने वोट मिले वो उतने ही वोटों से हारी। इसका मतलब साफ है की यहां पर पार्षद की सोच कुछ और ही दर्शा रही थी।
वार्ड क्रमांक २७ आनंद नगर,मोती बंगला क्षैत्र
निगम सभापति अंसार अहमद
केन्द्र क्रमांक १९० २०३ ३५३
१९१ १२७ ४०८
१९२ २८७ २०४
१९३ ३०६ १९१
१९४ १७१ १५८
१९५ ३३९ ३०५
वार्ड क्रमांक -०६,नौसराबाद क्षैत्र
शकील शेख अपना राजघरने के खासमखस
केन्द्र क्रमांक ७६ १७९ ४८९
७७ १३४ ५३५
७८ १९५ ३३०
७९ २९६ २८९
८० ४५० ५००
८१ २२५ ५६५
र्वाड क्रमांक १६, रसलपुर क्षैत्र
इरफान अली भाजपा पार्षद
केन्द्र क्रमांक १४३ २२८ २९५
१४४ २१९ ३०९
१४५ २३७ ५१२
१४६ २८८ ३००
वार्ड क्रमांक ४५, नागदा क्षैत्र
केन्द्र क्रमांक ३०६ ११८ ५०३
३०७ ४२ ५१४
वार्ड क्रंमाक ३६ आलोट पायगा क्षैत्र
इमरान दर्पण विक्रमसिंह के खासमखास
केन्द्र क्रमांक २६० १०३ ६०४
२६१ २२८ ४५६
२६२ ९७ ३७३
२६३ ११० ३३८
२६४ ८३ ४०८
२६५ १०८ ३६८
वार्ड ३९ गोया,सुतार बाखल क्षैत्र
बाली घोसी भाजपा पार्षद
केन्द्र क्रमांक २४४ ३१७ ३८९
२४५ १४४ ४१६
२४६ १३४ ३८८
२४७ २१० २३८
२४८ १२५ ३७३