उज्जैनदेवासमध्य प्रदेश

बीच रोड़ पर नुक्कड़ नाटक कलेक्टर के सामने यातायात हो रहा था बाधित स्वच्छ भारत अभियान के तहत हो रही था नुक्कड़

बीच रोड़ पर नुक्कड़ नाटक कलेक्टर के सामने यातायात हो रहा था बाधित
स्वच्छ भारत अभियान के तहत हो रही था नुक्कड़
देवास।
देश भर में प्रधानमंत्री की योजना के चलते स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जा रहा है, इस पाठ को पढ़ाने व स्वच्छ भारत कैसे हो इसी के तहत कई प्रकार के नुक्कड़ नाटक व कई योजनाओं से आम लोगों को जागरूक करने के लिये कई प्रकार की ऐंजेंसी व एनजीओ भी कार्य कर रही है। इसी के तहत शनिवार की शाम को जिलाधीश कार्यालय के सामने एनजीओ के द्वारा नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया। जो रोड़ पर किया जा रहा था, इसके चलते आवागमन बाधित हो रहा था। आयोजित नुक्क्ड़ नोंटकी को राह पर चलते वाहन चालक रोड़ पर ही वाहन रखकर देख रहे थे। इस नुक्क्ड़ को देख कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे थे। बीच रोड़ पर यातायात बाधित कर रहे मंडली अपना नुक्कड़ नाटक कर रही लेकिन क्या कलेक्टर से इस प्रकार के नाटक करने की स्वीकृति ली गई थी या नहीं।
गौरतलब है की कलेक्टर कार्यालय के सामने किसी भी प्रकार से धरना, व अन्य ऐसी चीजें करना मना है जो कलेक्टर कार्यालय परिसर में या आसपास व्यवधान उत्पन्न करता हो। वैसे यहां पर केंन्द्रीय सरकार की योजना के तहत स्वच्छ भारत अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक आयोजित किया जा रहा था। नाटक होना व लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना कोई बुराई नहीं लेकिन बीच रोड़ पर आयोजित नाटक से ना केवल यातायात बाधित हुआ बल्कि आवागमन कर रहे वाहन चालक भी नाटक में अपना समय निकाल रहे थे, वो भी वाहन जस के तस रखते हुए। इस पर अगर कोई अनावश्यक रूप से कोई दुर्घटना हो जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता ये सबसे बड़ा प्रश्न है जिस पर स्वच्छ भारत अभियान के जिम्मेदार भी कुछ कहने से सहमे नजर आये। हाँलाकि उक्त नुक्कड़ नाटक हेण्ड इन हेण्ड इंक्लुजिव डेवलपमेंट एंड सर्विसेस के द्वारा आयोजित किया गया था। जिस पर एनजीओ की टीम के प्रभारी शशांक पांडे ने बताया की उन्हें इस प्रकार का नुक्कड़ नाटक करने के लिये निगम स्वास्थ्य अधिकारी आरएस केलकर ने कहा था। इस पर प्रभारी पांडे से पूछा गया की बीच रोड़ पर नाटक करने के लिये कहा तो वे कन्नी काट कर चल दिये। साथ ही कलेक्टर कार्यालय के अंदर से पुलिस जवान जब हटाने आया तो उससे भी कह गए कि समय दे दो बस ये नुक्कड़ बंद होने ही वाली है। साथ ही महापौर भी इस तरह चल रही नुक्कड़ को देखते हुए वाहन में बैठकर वहा से निकल गए लेकिन उनका भी इस और ध्यान नही गया।