इंदौर/भोपाल। उत्तरी भारत में हो रही बर्फबारी से सोमवार को पूरा प्रदेश कोहरे की चपेट में रहा। आगामी 24 घंटे में उत्तरी मप्र में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि मप्र के ग्वालियर-चंबल संभाग में तो इस तरह का मौसम संभावित था, लेकिन यह प्रदेश के मध्य और पश्चिमी क्षेत्र तक आ गया। इस वजह से कई क्षेत्रों में घना कोहरा छाया हुआ है।
मालवा-निमाड़ का ऐसा रहा हाल
मौसम में आए बदलाव की वजह से कई जिलों में पारा चार डिग्री तक गिर गया। शाजापुर, उज्जैन,धार, रतलाम और देवास में सुबह कोहरे में लिपटी रही। पूरे अंचल में सुबह कोहरा कम था, उसके बाद ज्यादा हो गया। उज्जैन में विजिबिलिटी 10 मीटर से भी कम थी। अंचल में न्यूनतम तापमान में कहीं एक तो कहीं चार डिग्री गिरावट दर्ज की गई। इससे जनजीवन खासा प्रभावित रहा। हालांकि कुछ स्थानों पर न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है।
दिल्ली में हुई बारिश के साथ वहां से तेज रफ्तार चली उत्तरी हवा की वजह से पूरा मालवा ठिठुर गया है। इंदौर भी इससे अछूता नहीं रहा। सोमवार सुबह शहर में घना कोहरा छाया हुआ था। हवा की गति 12 से 14 किलोमीटर प्रतिघंटा होने से दिनभर शीतलहर का अहसास हुआ।
मौसम के इस बदले रुख का असर लोगों की दिनचर्या पर भी हुआ। कोहरे और ठंड के कारण कुछ बाजारों में दुकानें देरी से खुलीं। अधिकांश लोग सुबह के बजाय दोपहर में घरों से निकले। शहर में सोमवार सुबह 9 से 9.30 बजे के बीच घना कोहरा था, जिससे दृश्यता 50 मीटर तक दर्ज की गई। अधिकांश वाहन चालकों को अपनी गाड़ियों की हेडलाइट ऑन करना पड़ी। सुबह 7.15 से 8.30 बजे तक दृश्यता 400 मीटर तक रही, जबकि 11 बजे तक एक हजार मीटर तक रही। दोपहर में धूप निकलने के बाद कोहरे का असर कम रहा।
24 घंटे में पांच डिग्री गिरा पारा
सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से सात डिग्री कम रहा। रविवार के मुकाबले सोमवार को शहर के तापमान में पांच डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इससे शहर में कोल्ड डे की स्थिति रही। न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा।
दो दिन ऐसा ही मौसम, तापमान में नहीं आएगी विशेष गिरावट
मौसम केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक उदय सरवटे के मुताबिक इंदौर में बुधवार तक इसी तरह का मौसम रहेगा, लेकिन तापमान में कोई विशेष गिरावट नहीं होगी। हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के दो सिस्टम बन रहे हैं, जिससे इंदौर व मप्र के इलाकों में ठंड का ज्यादा असर नहीं रहेगा। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट होगी।
कोहरे से ट्रेनों की रफ्तार धीमी हुई
कोहरे के कारण सोमवार को कई ट्रेनें देरी से पहुंचीं। कोहरा इतना ज्यादा था कि ट्रेन के चालक को सिग्नल ही दिखाई नहीं दे रहे थे। देरी से पहुंचने वाली गाड़ियों में ज्यादातर उत्तर भारत की तरफ से आने वाली शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा (तीन घंटे) देरी से पहुंचने वाली मालवा एक्सप्रेस, पेंचवेली और बिलासपुर एक्सप्रेस रही। अन्य ट्रेनों में 21126 भिंड-इंदौर एक घंटा, 12961 अवंतिका एक्सप्रेस, 22192 ओवरनाइट एक घंटा, 18234 बिलासपुर एक्सप्रेस डेढ़ घंटा, 19311 पुणे एक्सप्रेस 30 मिनट, 12920 मालवा एक्सप्रेस ढाई घंटे देरी से रही।
दूसरे शहरों से कनेक्टिंग फ्लाइट के यात्री हुए परेशान
खराब मौसम और कोहरे के कारण इंदौर का हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ। इंदौर से कई उड़ानें एक से तीन घंटे लेट हुईं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह इंदौर में दृश्यता कम हो गई थी। इस कारण इंदौर आने जाने वाली उड़ानें प्रभावित हुईं। करीब 14 उड़ानें 20 मिनट से लेकर तीन घंटे तक लेट हुईं।
प्रबंधन के मुताबिक, चूंकि कई उड़ानें यहां आकर दूसरे शहरों में जाती हैं, इस कारण यात्रियों को इंतजार करना पड़ा। जिन यात्रियों की दूसरे शहरों से कनेक्टिंग उड़ानें थीं वे परेशान दिखे। उनकी एयरलाइंस अधिकारियों से बहस भी हुई। इंदौर एयरपोर्ट पर अनाउंसमेंट बंद करने से यात्रियों को लगातार इसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से मिल रही थी।
ये उड़ान हुईं ज्यादा लेट
– तड़के 4.40 बजे बेंगलुरु जाने वाली उड़ान सुबह 6.35 बजे रवाना हुई।
– सुबह 10.55 बजे बेंगलुरु से आने वाली उड़ान दोपहर 1.35 बजे रवाना हुई।
– हैदराबाद से सुबह 8.55 बजे आने वाली उड़ान 10.08 बजे आई।
– मुंबई से सुबह 9.55 बजे आने वाली उड़ान 11.02 बजे आई।