नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर को नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच बहुप्रतिक्षित मेट्रो की एक्वा लाइन का उद्घाटन करेंगे।
हालांकि, एक्वा लाइन आम मुसाफिरों के लिए कल यानि गणतंत्र दिवस पर खुलेगी। पहली मेट्रो ग्रेटर नोएडा डिपो से चलेगी। लगभग 5503 करोड़ रुपये की लागत से बने करीब 29 .707 किलोमीटर लंबे इस कारीडोर में 21 स्टेशन हैं। इस रूट पर एक बार में एक ट्रेन से 1034 यात्री सफर करेंगे।
ग्रेटर नोएडा डिपो स्टेशन से नोएडा सेक्टर-51 तक पहुंचने में मुसाफिर को 48 मिनट का समय लगेगा। यह समय नार्मल मेट्रो ट्रेन से लगेगा।
वहीं, एक्सप्रेस मेट्रो के जरिए 29.707 किलोमीटर की दूरी 25 मिनट में तय की जा सकेगी। यह मेट्रो कुछ बड़े ही स्टेशनों पर रुकेगी। मुसाफिरों के लिए स्टेशन पर ही वन सिटी वन कॉर्ड मिलेगा।
फार्म भरने के बाद यह कॉर्ड लिया जा सकेगा। इस कॉर्ड में दो चिप होंगी। एक यात्रा के लिए दूसरी शापिंग के लिए। क्यूआर कोर्ड की पर्ची के लिए अलग से काउंटर खोल दिए जाएंगे। इसके बाद मुसाफिर यात्रा कर सकेंगे।
ग्रेटर नोएडा के छात्रों को होगी सुविधा
ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में करीब डेढ़ से पौने दो लाख छात्र पढ़ते हैं। एनसीआर से बड़ी संख्या में छात्र पढ़ने के लिए ग्रेटर नोएडा आते हैं। नॉलेज पार्क की बगल से मेट्रो गुजरेगी। मेट्रो स्टेशन भी यहां बनाया गया। इससे छात्रों को सुविधा होगी। उनका नोएडा, दिल्ली जाना काफी आसान हो जाएगा।
जानें कितना होगा किराया
अच्छी बात यह है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा (एक्वा लाइन) मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से कम होगा। इस रूट पर सफर के दौरान किराए के तौर पर कम से कम 9 रुपये कार्ड से और 10 रुपये टोकन से अदा करने होंगे। टोकन से अधिकतम किराया 50 रुपये होगा, जबकि कार्ड से मैक्सिमम फेयर 45 रुपये होगा।
पीडी उपाध्याय (कार्यकारी निदेशक, एनएमआरसी) ने बताया कि उद्घाटन के बाद अगले दिन जनता के लिए एक्वा लाइन पर मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा, जिसके बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा निवासी गणतंत्र दिवस पर रूट पर सफर का आनंद उठा सकते हैं।
इन इलाके के लोगों को होगा फायदा
नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट शुरू होने के बाद पहली बार ग्रेटर नोएडा के प्रमुख सेक्टर और क्षेत्र मेट्रो से जुड़ जाएंगे। सेक्टर 34, सेक्टर 50, 51,78, 81, 83, दादरी रोड, 142, 144, 147,153, 149, केपी 1 व 2, परी चौक, अल्फा वन, डेल्टा वन आदि क्षेत्र मेट्रो से सीधे जुड़ेंगे। इससे नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस में ट्रैफिम में कमी आएगी।