भाजपा ने किया कांग्रेस पार्टी के विरोध में आंदोलन कर प्रदर्शन
प्रदेश अध्यक्ष, सासंद, विधायक सहित कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारी……
देवास। एक और भाजपा पार्टी विपक्ष में अपनी भूमिका निभा रही है वहीं दूसरी और सत्ता में बैठी कांग्रेस पार्टी की नीतियों के विरोध में भाजपा अब आंदोलन की राह पकड़ चुकी है। वैसे तो भाजपा पार्टी को विपक्ष की भूमिका 15 वर्षो के बाद मिली है, देखा जाए तो पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओ को तो अब भी ये ही महसूस होता है कि वे आज भी सत्ता में है, उनकी बातें और कहीं सार्वजनिक स्थानों पर भाषण तो वे आज भी ऐसे ही सुनने को मिलते है जिससे आज भी कुछ ऐसा ही प्रतीत होता दिखाई देता है। इसी के तहत रविवार छुट्टी के दिन ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह अनाज मंडी प्रांगण में पहुंचे जहाँ उन्होंने कांग्रेस सरकार की नीतियों के विरोध व किसानों की ऋण माफी योजना, आदि विषयों को लेकर आंदोलन किया। इस सम्बंध में प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगते हुए कहा कि कांग्रेस ने किसानों के हित मे सिर्फ बड़े-बड़े वादे ही किये है। किसानो की ऋण माफी योजना सिर्फ कागजों तक ही सीमित रही है। इस प्रकार के आंदोलन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष कलेक्टर कार्यालय पर भाजपा नेताओं के साथ ट्रेक्टर पर पहुंचे और जमीन पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। जहाँ कलेक्टर, एसडीएम आये और विपक्षीय नेताओ को लोकशान्ति भंग करने के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष, विधायक सहित कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
एक और बीजेपी पार्टी विपक्ष की भूमिका में आ गई है उसके बाद फिर वही पुराना राग आलापना चालू कर दिया है उन्होंने अपनी 15 वर्ष पुरानी राजनीति तो फिर छोड़ कर विपक्ष की भूमिका अदा करना आरंभ कर दी इस बीच रविवार को लोकसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह देवास पहुंचे जहां पदाधिकरयों के साथ भाजपाई कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कई प्रकार के आरोप कमलनाथ पर लगाए और अंतत: अपना विरोध प्रदर्शन कर अपनी गिरफ्तारी प्रदेश अध्यक्ष सहित विधायक व अन्य 2000 कार्यकर्ताओं ने दी इसके पीछे सिर्फ एक ही बात नजर आती है कोई भी सरकार हो किसान को अपना पहले तो मसीहा बनाती है, उसके बाद किसान नाम के शब्द के साथ किसानों के साथ ही राजनीति करती है ऐसे हैं हमारे राजनीतिज्ञ जिसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपनी समान भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में नुकसान किसका है, लाभ किसका है, फायदा किसका है यह तो स्वयं सत्ताधारी नेता से लेकर विपक्षी नेता बता सकते हैं।
खास बात तो ये रही रविवार को शासकीय कार्यालय बंद होने के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष सहित केंद्रीय मंत्री व सांसद के साथ विधायक व सैकड़ों भाजपा की कार्यक्रम स्थल से कलेक्टर तक एक रैली के रूप में ट्रैक्टर पर सवार होकर निकले जिसमें कांग्रेस सरकार के विरोध में नारेबाजी करते रहे साथ ही कलेक्टर घेराव करने की बात भी कई गई थी। लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल देखकर भाजपाई शायद 15 साल में आंदोलन करना भी भूल गए ऐसा भाजपाई कहते भी दिखाई दिए।
यह कहा प्रदेश अध्यक्ष ने
अपनी सरकार में किसानों को फायदा ना पहुंचाने के बाद कांग्रेस पार्टी पर लगातार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए प्रहार किये। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने आंदोलन को लेकर कहा कि विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने किसानों के हित में बड़े-बड़े वादे किए थे। किसानों का कर्जा माफ करने को लेकर 10 दिन के भीतर कर्ज माफ करने की बात मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी। लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेसी सभी वादों से पलट गई ऋण माफ के नाम पर किसानों के साथ धोखाधड़ी की ऋण माफ केवल कागजों की खानापूर्ति में उलझा हुआ दिखाई दे रहा है। गेहूं का उचित मूल्य भी नहीं दिया गया, उड़द, सोयाबीन, मूंग जैसी फसलें पैदा करने वाले किसान के सामने भी दाम का संकट खड़ा है कई स्थानों पर सिंचाई के लिए बिजली की व्यवस्था सुचारू रूप से बनी नही है। साथ ही मौसम की मार होने से पाला भी किसानों के खेतों में पड़ा हुआ है कमलनाथ सरकार उन पीडि़तों की सुध लेने को तैयार नहीं है। इसी को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को देवास से आंदोलन की शुरुआत की साथ ही सतना के दो मासूम बच्चों की अपहरण के बाद हत्या को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। इस मामले में पुलिस अनर्गल बातें कर रही है। कमलनाथ द्वारा लगाए गए आरोप पर भी उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास कर रही है।
तो किया गिरफ्तार….
भाजपा पार्टी ने अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए आंदोलन जारी रखा। वहीं आंदोलन के तहत उन्होंने कलेक्टर कार्यालय जाकर विरोध जारी रखते हुए कांग्रेस पार्टी की आलोचना की इस बीच प्रसाशन ने धारा 151 लोकशान्ति भंग करने पर प्रदेश अध्यक्ष, विधायक सहित भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।