प्रकाश त्रिवेदी की कलम सेमध्य प्रदेश

सागर में कमल खिला सकते है,अजयपाल सिंह।

सागर। डॉ. हरिसिंह गौर यूनिवर्सिटी और बीड़ी उद्योग के लिए प्रसिद्ध सागर बुंदेलखंड की राजधानी माना जाता है। सागर लोकसभा सीट के लिए इस बार भाजपा में गहन मंथन चल रहा है,वर्तमान सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के स्थान पर नए चेहरे को तलाशा जा रहा है। भाजपा संगठन और संघ के आंतरिक सर्वे में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, और युवा किसान नेता अजयपाल सिंह का नाम सामने आ रहा हैं। ग्वालियर में चल रही संघ की बड़ी बैठक के बाद भाजपा उम्मीदवार के नाम पर विचार होगा।

सागर लोकसभा में सागर जिले की पांच और विदिशा जिले की तीन विधानसभा सीटे है। 2009 में यह संसदीय क्षेत्र सामान्य हुआ है इसके पूर्व यह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार यहाँ से चार बार सांसद रहे है।
1996 से यह लगातार भाजपा का गढ़ है। इस बार यहाँ से विधानसभा चुनाव हार चुके पूर्व मंत्री जयंत मलैया,भानु राणा, अशोक सिंह,सुधा मलैया, सरोज भूपेंद्र सिंह भी दावेदार हैं।
भाजपा आलाकमान के निकटवर्ती सूत्रों के अनुसार पार्टी सागर सीट को लेकर चिंतित है। यदि उम्मीदवार रिपीट होता है तो जीत की संभावना कम है,इसलिए सागर सीट पर बदलाव किया जाना तय है।
विधानसभा चुनावों में हार के बाद संघ और भाजपा की निर्णायक टोली ने तय किया कि यहाँ से नए चेहरे को तव्वजो दी जाए। पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे युवा किसान नेता अजयपाल सिंह पूरी ताकत से मैदान में जुटे है। लटेरी से सुरखी तक उनकी पहचान है पूरे संसदीय क्षेत्र में उनके समर्थक है,उनकी छवि युवा, ऊर्जावान और सुदर्शन व्यक्तिव के नेता की है।
भाजपा में अनेक दायित्व निभा चके अजयपाल सिंह को लेकर इस बार पार्टी गंभीर है। युवाओं और किसानो में उनका क्रेज है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ उनका बेहतर समन्वय है,राज्य के नेताओ में भी उनकी स्वीकार्यता बढ़ रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ की युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने की रणनीति के तहत सागर से इस बार अजयपाल सिंह बाज़ी मार सकते है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरोज सिंह का समर्थन कर सकते हैं।
बहरहाल भाजपा में भी बदलाव की बयार है,ऐसे में सागर को भी नए नेतृत्व की दरकार है।
पूरे संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ता मानते है कि अजयपाल सिंह गेम चेंजर साबित होंगे।

प्रकाश त्रिवेदी की कलम से।