नीमच के मनासा में सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रोड शो में हादसा हो गया। उनके सामने ही उनके स्वागत के लिए लगाया गया मंच गिर पड़ा। इस हादसे में 5 लोग घायल हो गए। सभी के पैरों में फैक्चर होने की बात सामने आई है। घायलों को नीमच जिला अस्पताल ले जाया गया है।
जिस वक्त ये हादसा हुआ। उस दौरान सीएम शिवराज सिंह रोड-शो कर रहे थे। सड़क के किनारे जगह जगह स्वागत मंच बनाए गए थे। सीएम शिवराज सिंह रथ में सवार होकर लोगों का अभिवादन कर रहे थे।
शाम करीब 5 बजे उनका रथ जनपद पंचायत कार्यालय के सामने पहुंचा था। यहां जनपद पंचायत की ओर से स्वागत मंच लगाया था। सीएम के यहां आते ही मंच पर इतनी भीड़ हो गई कि वह वजन नहीं सह सका और गिर पड़ा।
सीएम ने रोड-शो रोककर घायलों का हाल पूछा
मंच गिरने के बाद कुछ देर के लिए वहां अफरा तफरी मच गई। यह देखकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कुछ देर के लिए रोड-शो रोक दिया। उन्होंने घायलों का हालचाल पूछा।

ये हुए घायल
- दिलीप पिता जगरनाथ कछावा (35) निवासी मनासा, मनासा जनपद में कंप्यूटर ऑपरेटर।
- धूर्व कुमार पिता आरपी तिवारी (38) निवासी जबलपुर हाल मुकाम मनासा।
- कन्हैया लाल पिता जगदीश (38) निवासी भदाना
- राकेश पिता माड़क लाल (34) सहायक सचिव भमेसर
- मुकेश शर्मा, लोडकिया सहायक सचिव

मंच पर 100 से अधिक लोग मौजूद थे
जिस समय हादसा हुआ उस समय मंच पर 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे। सीएम शिवराज को रथ मंच के सामने से गुजर रहा था। मंच पर पंचायत सचिव और सहायक सचिव मुख्यमंत्री पर पुष्पवर्षा कर रहे थे। उनके साथ विभाग के अन्य कर्मचारी भी मंच पर खड़े थे। हादसे में 5 कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में बाद मुख्यमंत्री ने रोड शो कुछ देर के लिए रोक दिया। उन्होंने सभी घायलों को हाल पूछा। इसके बाद रथ को आगे रवाना किया। हादसे में घायल एपीओ ध्रुव तिवारी ने बताया कि अचानक मंच धंस गया। मेरे साथ चार अन्य कर्मचारी श्रीराम ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल में भर्ती हैं। अन्य एक साथी दूसरे अस्पताल में भर्ती है।

मुख्यमंत्री को महिलाओं ने बांधी राखी
रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री के रथ पर जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई। महिलाओं ने सीएम शिवराज की आरती उतारी और राखी बांधकर अभिनंदन किया। रोड शो के दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए।

कांग्रेस-करणी सेना कार्यकर्ता हिरासत में
मनासा के मंदसौर नाके पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। वे काले झंडे दिखाने की तैयारी से आए थे। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर रामपुरा थाने पर भेज दिया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मंगेश संघई के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रानी लक्ष्मीबाई चौराहा पर नारेबाजी की गई। कांग्रेसी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को 10 सवालों का ज्ञापन देना चाह रहे थे। उन्हें भी पुलिस ने हिरासत में दे दिया।