मल्टीमीडिया डेस्क। शीतलहर से अभी मध्यप्रदेश उबरा नहीं है और अब मौसम के जानकार बारिश होने की भी आशंका जता रहे हैं। पूर्वानुमान है कि मप्र के अलावा राजस्थान में भी बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ इसका कारण है।
एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ ने पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिचलन को प्रेरित किया है।
Madhya Pradesh and Rajasthan gear up for a rainy spell | Skymet Weather Services – Skymet Weather https://t.co/HwdEzslyRy
— Rajasthan Travel New (@Rajasthan_News) January 30, 2019
राज्य के पश्चिमी भागों में बिखरी हुई बारिश और गरज के साथ इसके संयुक्त प्रभाव की उम्मीद है। पूर्वी जिलों में पृथक बारिश भी देखी जा सकती है।
राजस्थान और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों में पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखी गई है। एक और पश्चिमी विक्षोभ 4 फरवरी को राज्य का रुख करेगा।
इसके कारण, पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती परिचलन प्रेरित होगा, जो राज्य के साथ-साथ उत्तर मध्य प्रदेश के आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश लाएगा।
इस मौसम में मध्य प्रदेश में बारिश होना एक दुर्लभ घटना है। यह केवल तभी होता है जब उत्तर-दक्षिण गर्त बनता है, या पश्चिमी हिमालय पर कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ गुजरता है, जो उत्तर मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती परिचलन का संकेत देता है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान मौसमी सिस्टम से पंजाब सबसे ज़्यादा प्रभावित होगा। अगले 24 घंटों के दौरान बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलने और एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। https://t.co/0P87zJEfGT @News18Haryana #Agriculture @News18Punjab
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वेदर फोरकास्ट एजेंसी स्कायमेट के अनुसार देश के कुछ राज्यों में इस विक्षोभ का असर देखा जा सकता है। इसके चलते बारिश एवं ओलावृष्टि हो सकती है। पंजाब इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकता है।