स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ये धमाका हजारा शिया मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया था. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यह देश में सबसे बड़ा हमला है.
अफगानिस्तान के कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान शुक्रवार को हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी IS- खुरासान ने ली है. इस हादसे में 100 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए.
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ये धमाका हजारा शिया मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया था. अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यह देश में सबसे बड़ा हमला है.
कुंदुज प्रांत के तालिबान के उप पुलिस प्रमुख ने कहा कि शुक्रवार का हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया हो सकता है. उन्होंने कहा, “मैं अपने शिया भाइयों को आश्वस्त करता हूं कि तालिबान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार है.”
3 अक्टूबर को विस्फोट
इससे पहले भी 3 अक्टूबर को काबुल में एक मस्जिद के बाहर घातक विस्फोट हुआ था, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ब्लास्ट की पुष्टि की थी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि मस्जिद के एंट्री गेट के बाहर यह धमाका हुआ. उन्होंने बताया कि मुजाहिद की मां के लिए एक प्रार्थना सभा रखी गई थी, मुजाहिद की मां का निधन पिछले सप्ताह हुआ था.
काबुल एयरपोर्ट पर धमाका
बता दें कि आईएसआईएस-के ने 26 अगस्त को काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर आत्मघाती हमला किया था. काबुल हवाईअड्डे पर रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हुए इस हमले में 169 से अधिक लोग मारे गए थे, जिनमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल थे.
इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) ने दावा किया था कि पिछले महीने काबुल एयरपोर्ट पर हमला करने वाला आत्मघाती हमलावर पांच साल पहले दिल्ली में पकड़ा गया था.