कर्नाटक के एक शिक्षक द्वारा छात्र की पीट-पीट कर हत्या किए जाने के मामले में एनसीपीसीआर अध्यक्ष ने कहा यह एक जघन्य अपराध है और दिखाता है कि शिक्षकों में संवेदनशीलता की कमी है। ऐसे शिक्षक छात्रों के लिए खतरा हैं। हम उचित कार्रवाई करने के लिए जिला प्रशासन को नोटिस भेज रहे हैं ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके।
एनसीपीसीआर प्रमुख ने कहा है कि हम सभी राज्यों के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिवों को शारीरिक दंड के खिलाफ शिक्षकों को संवेदनशील बनाने और हमारे द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सलाह जारी कर रहे हैं। हम सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिख रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।