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किसान आंदोलन के कारण कई ट्रेनें रद्द, कुछ के रूट डायवर्ट

गन्ने की कीमतें बढ़ाने और बकाया भगुतान से संबंधित मुद्दों को लेकर पंजाब सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने जालंधर में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू किया है, साथ ही लुधियाना-अमृतसर और लुधियाना-जम्मू रेल मार्गों पर ट्रेनों की आवाजाही को भी अवरुद्ध कर दिया.

किसान आंदोलन के चलते सड़क से लेकर रेल यातायात तक प्रभावित हुआ है. राज्यों को जोड़ने वाली कई सड़कें बंद कर दी गई हैं. वहीं, बड़ी संख्या में ट्रेनों को भी रद्द करना पड़ा है. बीते शनिवार को रेलवे ने 40 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया था. इसके बाद से लगातार ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है. यही कारण है कि रोज नई ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है.

गन्ने की कीमतें बढ़ाने और बकाया भगुतान से संबंधित मुद्दों को लेकर पंजाब सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने जालंधर में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू किया है, साथ ही लुधियाना-अमृतसर और लुधियाना-जम्मू रेल मार्गों पर ट्रेनों की आवाजाही को भी अवरुद्ध कर दिया.

किसान आंदोलन के कारण उत्तर रेलवे में जालंधर सिटी और चिहेरू के बीच चलने वाले ट्रेन नंबर 09241 इंदौर-उधमपुर स्पेशल ट्रेन 23 अगस्त को और ट्रेन नंबर 09242 उधमपुर-इंदौर 25 अगस्त को रद्द रहेगी.

उत्तरी रेलवे में जालंधर कैंट और चिहेरू के बीच चलने वाली दो ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है. किसान आंदोलन के कारण इन दोनों ट्रेनों को जालंधर सिटी-नकोदर जंक्शन-फिल्लौर जंक्शन के रास्ते डायवर्ट किया गया है. इसमें गाड़ी संख्या 04672 श्री माता वैष्णोदेवी कटरा-बांद्रा (ट.) स्पेशल ट्रेन और गाड़ी संख्या 02920 श्री माता वैष्णोदेवी कटरा-डॉ अम्बेडकर नगर स्पेशल ट्रेन शामिल है.

फिरोजपुर मण्डल के जालंधर-चिहेरू रेल खण्ड पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण मुरादाबाद मण्डल से होकर गुजरने वाली निम्न ट्रेनें निरस्त रहेंगी.

ट्रेनों के रद्द होने से हजारों की संख्या में यात्रियों को परेशानी हो रही है. वो जगह-जगह फंसे हुए हैं. यात्रियों का कहना है कि किसानों को प्रदर्शन शुरू करने से पहले 10 दिन का अल्टीमेटम देना चाहिए था ताकि लोग उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बना सकते.

सड़कें बंद, सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हल निकाले सरकार

किसान आंदोलन के चलते सड़कें बंद होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वो इस समस्या का कोई हल निकाले. एक याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ये बात कही. याचिकाकर्ता ने मांग की थी कि नोएडा से दिल्ली को जोड़ने वाली सड़कें किसान आंदोलन के चलते बंद हैं और इसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन सड़कों को खोला जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि आखिर अब तक सड़कें बंद क्यों हैं. प्रदर्शन करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन सड़कें ब्लॉक नहीं होनी चाहिए.