वित्त मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी छमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों में सुधार की वजह से सरकार की राजकोषीय स्थिति मजबूत हुई है.
हालांकि वित्त मंत्रालय ने यह स्वीकार किया है कि कोविड-19 की दूसरी लहर से वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में आर्थिक गतिविधियों के नीचे गिरने का जोखिम बना हुआ है.
क्या है रिपोर्ट में
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि, ‘यह उम्मीद करने की कई वजहें हैं कि पहली लहर की तुलना में इस बार आर्थिक असर मंदा रहेगा. अंतरराष्ट्रीय अनुभव इस बारे में आशा की किरण जगाते हैं कि दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था में लचीलापन रहेगा.’
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी छमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों में सुधार की वजह से सरकार की राजकोषीय स्थिति मजबूत हुई है.
टैक्स कलेक्शन में अच्छी बढ़त
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी छमाही के दौरान आर्थिक गतिविधियों में सुधार की वजह से सरकार की राजकोषीय स्थिति मजबूत हुई है.
आयात-निर्यात में उछाल
वित्त मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल 2021 में आयात में 166 फीसदी और निर्यात में 197 फीसदी की बढ़त हुई है. इससे पता चलता है कि अर्थव्यवस्था में सुधार किस तरह से हो रहा है.