त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनाव की वोटों की गिनती जारी है। कुछ सीटों पर नतीजे आ चुके हैं और कुछ पर पार्टियों ने बढ़त बना ली है। दोनों आधार पर अब तक जो तस्वीर सामने आई है, उसके मुताबिक नगालैंड और त्रिपुरा में भाजपा को बहुमत तय नजर रहा है। मेघालय में मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की NPP सबसे बड़ी पार्टी है। कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है।
नगालैंड में भाजपा गठबंधन को 37 सीटों और त्रिपुरा में 34 सीटों पर बढ़त है। मेघालय में NPP 26 सीटों पर आगे है।
वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में त्रिपुरा-नगालैंड में भाजपा गठबंधन को बहुमत का अनुमान लगाया गया है। मेघालय में हंग असेबंली के आसार बन रहे हैं।
अपडेट्स…
- प्रधानमंत्री रात 8 बजे भाजपा मुख्यालय जाएंगे। 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर स्पीच देंगे।
- हेकानी जाखालू दीमापुर III सीट जीतकर नगालैंड की पहली महिला MLA बन गई हैं। 1963 में नगालैंड राज्य बना, अब तक कोई महिला विधानसभा चुनाव नहीं जीती थी।
- त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा पश्चिम त्रिपुरा से जीते। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में जनता की जीत हुई है।
- नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो कोहिमा की नॉर्दन अंगामी II सीट से जीत गए।
- मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा दक्षिण तुरा सीट से आगे चल रहे हैं।
3 तस्वीरें…



1. त्रिपुरा में भाजपा बहुमत की ओर
पार्टी | आगे | जीते | कुल |
BJP+ | 22 | 12 | 34 |
CPIM+ | 13 | 1 | 14 |
TMP | 8 | 4 | 12 |
अन्य | 00 | 00 | 00 |
त्रिपुरा में 86.10% मतदान, यह पिछले चुनाव से 4% कम
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10% मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव से 4% कम रहा। 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90% मतदान हुआ था। बीजेपी 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को CM बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया। पार्टी ने साहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था।
2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने (क्रमश: 47 और 13 सीटों) पर चुनाव लड़ा। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा। इस तरह राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला की उम्मीद है। 2018 के चुनाव में भाजपा को 35, सीपीआईएम को 16 और IPFT को 7 सीटें मिली थीं। भाजपा ने सरकार बनाई थी।
2. मेघालय में NPP सबसे ज्यादा सीटों पर आगे
पार्टी | आगे | जीते | कुल |
BJP+ | 3 | 00 | 3 |
TMC | 4 | 1 | 5 |
कांग्रेस | 3 | 1 | 4 |
NPP | 20 | 5 | 25 |
अन्य | 14 | 7 | 21 |
मेघालय: 85.27% वोटिंग, यह पिछले चुनाव से 10% ज्यादा
मेघालय में 27 फरवरी को 60 में से 59 सीटों पर मतदान हुआ। 85.27% वोटिंग हुई। सोहियोंग सीट पर UDP उम्मीदवार एचडीआर लिंगदोह के निधन की वजह से चुनाव टाल दिया गया था। 2018 में 67% वोटिंग हुई थी। इस बार NPP ने 57, कांग्रेस और BJP ने 60-60 और TMC ने 56 सीटों पर कैंडिडेट उतारे हैं।
मेघालय में 2018 में 59 सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 21 सीटें जीती थीं। BJP को यहां महज 2 सीटें ही मिल सकी थीं। नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीटें मिली थीं। इसने पीडीएफ और एचएसपीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई। इन्होंने मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस (एमडीए) बनाया। एनपीपी के कॉनराड संगमा मुख्यमंत्री हैं।
3. नगालैंड में भी भाजपा बहुमत की ओर
पार्टी | आगे | जीते | कुल |
BJP+ | 25 | 12 | 37 |
NPF | 2 | 00 | 2 |
कांग्रेस | 00 | 00 | 00 |
अन्य | 13 | 8 | 21 |
नगालैंड में 85.90% वोटिंग
नगालैंड के 16 जिलों की 60 में से 59 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को 85.90% वोटिंग हुई। यह पिछले साल से 10% ज्यादा है। 2018 में यहां 75% वोटिंग हुई थी। यहां 10 फरवरी को अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कैंडिडेट खेकाशे सुमी ने नामांकन वापस ले लिया था, जिसके बाद भाजपा कैंडिडेट कजेतो किनिमी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया। नगालैंड में अभी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी की सरकार है। नेफ्यू रियो CM हैं।
एनडीपीपी 2017 में अस्तित्व में आई थी। एनडीपीपी ने तब 18 और भाजपा ने 12 सीटें जीती थीं। दोनों दलों ने चुनाव से पहले गठबंधन किया था। सरकार में एनडीपीपी, भाजपा NPP और JDU शामिल हैं।