उज्जैनदेवासभोपालमध्य प्रदेश

पुलिस महकमा जनता की रखवाली के लिए सदैव मुस्तैद…

अमित बागलीकर की कलम से

पुलिस महकमा जनता की
रखवाली के लिए सदैव मुस्तैद……
देवास। शहर सहित जिले में पुलिस के ऊपर सवाल उठना एक आम बात है कुछ भी अपराध या घटना घटित होती है तो पुलिस प्रशासन के आगे कई सवाल खड़े हो जाते हैं और फिर क्या नेतागिरी शुरू और फिर थानों की बात आला अधिकारियों तक पहुंच जाती है फिर पुलिस और परेशान हो जाती है मगर कोई यह नहीं सोचता अगर पुलिस नहीं होती तो बड़े-बड़े अपराध होना आम बात होती यह पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए होती है ना ही हमें परेशान करने के लिए. देवास शहर लाखों की आबादी वाला शहर है जिसमें पांच थाने व कई पुलिसकर्मी पदस्थ हैं।
अगर यह पुलिसकर्मी रात भर जागते हैं तब लाखों की आबादी वाला शहर को चेन और सुकून की नींद आती है पुलिसकर्मियों द्वारा अगर दिन-रात ड्यूटी नहीं दी जाए तो शहर भी आराम की नींद नहीं सो पाए. क्या कभी आपने सोचा है इन पुलिसकर्मियों का कोई परिवार, घर नहीं होता क्या इनके कोई त्यौहार नहीं होते मगर यह हर त्यौहार पर ऑन ड्यूटी होकर त्योहारों की व्यवस्था में लगे रहते हैं ताकि हम त्यौहार अच्छे से मना पाए। यदि किसी को पुलिस के ऊपर आरोप लगाने का बहाना मिल जाए फिर तो आरोप कैसे लगाते हैं जैसे एकदम किसी ने तीरों की बारिश कर दी है पर यह मत बोलो कि थाने से लेकर कांस्टेबल त्योहारों में आपके लिए लाठी लेकर खड़े रहते हैं।
यह देख कर कोई पुलिस कर्मियों के लिए आवाज क्यों नहीं उठाता फिर नेतागिरी क्यों शुरू नहीं होती। टी.आई से लेकर कॉन्स्टेबल की तारीफ क्यों नहीं होती आला अधिकारियों तक इनकी बात नहीं पहुंचती मगर यह पुलिसकर्मियों तारीफों से नहीं अपने काम से पहचाने जाते हैं यह अपनी ड्यूटी मेहनत और ईमानदारी से करते हैं इसलिए नेतागिरी करने से पहले इनके बारे में एक बार दिल से सोच कर देखिए एक पुलिस ही है जो आप की रखवाली को मुस्तैद रहती है।