भारत में कोरोनावायरस से संक्रमण के तीसरे मामले की पुष्टि हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हाल ही में चीन से केरल लौटा यह व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मरीज के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
उसे अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। मरीज की हालत स्थिर है और उसपर करीब से नजर रखा जा रहा है। मरीज चीन में कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित वुहान शहर की यात्रा पर गया था। इससे पहले 30 जनवरी और 2 फरवरी को वुहान से लौटे केरल के दो छात्रों को संक्रमित पाया गया था। दोनों का इलाज त्रिशूर और अलापुझा के अस्पताल में चल रहा है। और करीब 200 लोग अस्पतालों और घरों में चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को अपने संशोधित यात्रा परामर्श में लोगों से कहा कि चीन के हुबेई प्रांत में जानलेवा कोरोना वायरस के महामारी बनने के मद्देनजर वे देश की यात्रा करने से बचें। मंत्रालय ने कहा है कि पड़ोसी देश से लौटने वाले लोगों पर यात्रा (उनके घूमने-फिरने पर) प्रतिबंध लगाया जा सकता है। यात्रा परामर्श रविवार को जारी हुआ था।
कोरोनावायरस से चीन में अब तक 361 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17,205 मामलों की पुष्टि हुई है। हुबेई प्रांत के स्थानीय स्वास्थ्य आयोग सोमवार को जानकारी दी है कि रविवार को इससे 57 लोगों की मौत हुई। अब कोरोनावायरस के चलते मरने वालों की कुल संख्या 361 हो गई है।यहां रहने वाले दूसरे देश के नागरिक शहर छोड़कर अपने देश लौटना चाह रहे हैं। वहीं साइबर सेल ने कोरोनावायरस के बारे में गलत सूचना फैलाने के आरोप में रविवार को दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। इससे पहले शनिवार को त्रिशूर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को चीन की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारतीयों को चीन की यात्रा करने से बचना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति यात्रा करता है तो चीन से लौटने पर उसकी स्क्रीनिंग की जा सकती है। 15 जनवरी 2020 से अभी तक चीन की यात्रा करने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इससे पहले दो फरवरी को दूसरा और 30 जनवरी को पहला मामला केरल के त्रिशूर में सामने आया था।उधर, पश्चिम बंगाल सरकार ने चीन के वुहान से 23 जनवरी को लौटे उन 8 लोगों की पहचान कर ली है जो विमान में कोरोनावायरस संक्रमित केरल के छात्रों के साथ बैठे थे।
जानलेवा कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए अब चीन के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड से मुंबई आ रहे यात्रियों की भी जांच की जा रही है, जिसके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य अधिकारी हवाई अड्डे पर तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 25 स्वास्थ्य अधिकारियों का एक दल भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) को देने का फैसला किया है। यह दल मुम्बई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में आने वाले यात्रियों की जांच में कर्मियों की सोमवार से मदद करेगा।