महिला पुलिसकर्मियों के बनाए गए मास्क को पुलिसकर्मियों, उनके परिवारवालों और साथ ही आम जनता को भी वितरित किया जाएगा. इनकी कीमत बाजार में बिकने वाले मास्क से काफी कम है.
महिला कांस्टेबल बना रहीं एक दिन में 700 तक मास्क बनने वाले मास्क की लागत सिर्फ़ 4 से 5 रुपये
कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवश्यक माने जाने वाले मास्क को लेकर अलीगढ़ पुलिस कप्तान बहुत गंभीर हैं. पुलिस लाइन्स में दो दर्जन से अधिक महिला पुलिसकर्मियों को सिर्फ मास्क बनाने के काम में ही लगाया गया है. बकायदा इसके लिए बड़ी संख्या में सिलाई मशीन भी महिला पुलिसकर्मियों को उपलब्ध कराई गई हैं.
बताया जा रहा है अलीगढ़ पुलिसकर्मियों को सबसे पहले इस मास्क की आपूर्ति की जाएगी. जनपद के सभी थानों, चौकियों और कार्यालयों में मास्क की उपलब्धता कराने के बाद अगर जरूरत पड़ेगी तो बाहर आम जनता को भी ये मास्क वितरित किए जाएंगे.
अलीगढ़ एसएसपी मुनिराज की पहल पर इस प्रकार से महिला कांस्टेबलों को पुलिस लाइन्स में मास्क बनाने के लिए लगाया गया है. अलीगढ़ रिजर्व पुलिस लाइन्स के रिजर्व इंस्पेक्टर सोमदत्त शुक्ला ने बताया, ‘डीआईजी और एसएसपी सर से आदेश मिलने के बाद मास्क बनाया जा रहा है. क्योंकि बाजार में मास्क या तो बहुत महंगा या फिर मिल ही नहीं रहा है.’
आगे उनका कहना है कि बाजार में मास्क की स्थिति को देखते हुए हमें ये आदेश मिला है कि मास्क के लिए कपड़े खरीदकर अपने कर्मचारियों के जरिए मास्क की अपूर्ति को पूरा किया जाए. ताकि जिले के सभी पुलिसकर्मियों को मास्क मिल सके.
रिजर्व इंस्पेक्टर सोमदत्त शुक्ला ने बताया कि इसके बाद हमने मास्क बनाने के लिए 30 महिला कांस्टेबल को दो अलग-अलग शिफ़्ट में लगाकर कार्य कर रहे हैं. एक दिन में 600 से 700 मास्क तैयार किए जा रहे हैं. इन मास्कों का पुलिसकर्मियों, उनके परिवारवालों और साथ ही आम जनता में भी वितरण किया जाएगा. बाजार में मिलने वाला मास्क की लागत 12 रुपये के करीब आ रही है. मगर हमारे यहां इसकी लागत सिर्फ़ 4 से 5 रुपये आ रही है और ये सस्ता भी है.