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IPL: ये फ्रेंचाइजी सबसे ज्यादा खिलाड़ी खरीदेगी

नीलामी के लिए कुल 292 खिलाड़ियों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें से 164 भारतीय और 125 विदेशी हैं. नीलामी में 3 एसोसिएट खिलाड़ी भी होंगे.

गुरुवार को होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की खिलाड़ियों की नीलामी के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल और इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर मोईन अली पर बड़ी बोली लगने की उम्मीद है. नीलामी के लिए कुल 292 खिलाड़ियों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनमें से 164 भारतीय और 125 विदेशी हैं. नीलामी में 3 एसोसिएट खिलाड़ी भी होंगे. चेन्नई में नीलामी आज दोपहर 3.00 बजे शुरू होगी. आप aajtak.in पर नीलामी की लाइव अपडेट्स देख सकते हैं.

8 फ्रेंचाइजी टीमों को 61 स्थान भरने हैं, जिसमें से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को सबसे ज्यादा 11 स्थान पर खिलाड़ियों को चुनना है. इसके लिए उसके पास 35.4 करोड़ रुपये हैं, जबकि सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के पास केवल 3 ही स्थान उपलब्ध हैं, जिसके लिए उसके पर्स में 10.75 करोड़ रुपये हैं.

सबसे ज्यादा राशि पंजाब किंग्स के पास

सबसे ज्यादा राशि अनिल कुंबले की कोचिंग वाली पंजाब किंग्स (पहले किंग्स इलेवन पंजाब) के पास हैं. उनके पास 9 स्थान के लिए 53.20 करोड़ उपलब्ध हैं. कोविड-19 महामारी के कारण आईपीएल पिछले साल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कराया गया था. अब इसका आयोजन भारत में होगा जिससे सभी का ध्यान बिग हिटर और धीमी गति गेंदबाजों पर लगा होगा, जिसमें मैक्सवेल और मोईन पूरी तरह से फिट बैठते हैं.

हालांकि मैक्सवेल का टूर्नामेंट में रिकॉर्ड इतना अच्छा नहीं है, उनका एवरेज 22 का है और उन्होंने 82 मैच खेलकर 1505 रन बनाए. अंतिम बार वह पंजाब के लिए खेले थे. वहीं दूसरी ओर मोईन पिछले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलते हुए नजर आए थे.

T20 बल्लेबाज डेविड मलान पर निगाहें

मैक्सवेल और उनके पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ दोनों सबसे ज्यादा बोली लगाने के वर्ग में हैं, जिसकी राशि दो करोड़ रुपये की है. इसमें एक नाम सभी के आकर्षण का केंद्र होगा और वह दुनिया के नंबर एक रैंकिंग पर काबिज इंग्लैंड के टी20 बल्लेबाज डेविड मलान हैं. उनका स्ट्राइक रेट 19 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में करीब 150 का है, जिससे कुछ टीम इस 33 साल के खिलाड़ी पर उनके 1.5 करोड़ के आधार मूल्य से ज्यादा की बोली लगाना पसंद करेंगी.

नीलामी में एक टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) पर भी सभी की निगाहें लगी होंगी, क्योंकि पिछला 2020 सत्र उनके लिए काफी खराब रहा जिसमें वह टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार आईपीएल के प्ले ऑफ के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई. महेंद्र सिंह धोनी और मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने अपनी टीम में युवाओं के बजाय अनुभव को अहमियत दी है. इसका उदाहरण रॉबिन उथप्पा हैं जिन्होंने कम से कम पांच सत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन ट्रेडिंग विंडो के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें राजस्थान रॉयल्स से पूर्ण-नकद करार के तहत लिया.

फ्रेंचाइजी के करीबी एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘धोनी किस तरह के खिलाड़ी चुनते हैं, यह देखना होगा. हमेशा उन्हीं खिलाड़ियों को दबाव भरे हालात से निपटने का अनुभव होता है जो मध्यम स्तर के सीनियर खिलाड़ी होते हैं. यह मायने नहीं रखता कि क्रिकेट जगत में बतौर खिलाड़ी उसका रुतबा कैसा है,’

धोनी को CSK के लिए चाहिए ‘बिग हिटर’

आईपीएल भारत में कराया जा रहा है तो मैक्सवेल को उनके खराब रिकॉर्ड के बावजूद धीमी पिचों पर उनकी कसी हुई ऑफ ब्रेक गेंदबाजी के लिए चुना जा सकता है. जहां तक मलान का संबंध है तो किंग्स इलेवन पंजाब अपने पास मौजूद राशि और शीर्ष क्रम में आक्रामकता की कमी को देखते हुए उन्हें चुन सकता है. हालांकि वह भारतीय हालात में धीमी गेंदबाजों के खिलाफ कैसा खेलते हैं, यह चर्चा का विषय है.

तीन ‘कैप्ड’ खिलाड़ी काफी अहम हैं

भारतीय खिलाड़ियों में तीन ‘कैप्ड’ खिलाड़ी काफी अहम हैं जो केदार जाधव, अनुभवी ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और तेज गेंदबाज उमेश यादव हैं. जहां तक भारतीय खिलाड़ियों की बात है तो नीलामी प्रक्रिया विदेशी खिलाड़ियों की तुलना में काफी अलग रही है. उदाहरण के तौर पर युवराज सिंह या जयदेव उनादकट लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद अच्छे करार में इसलिए बिक जाते हैं, क्योंकि वे भारतीय खिलाड़ी हैं और उनके पास एक विशेष कौशल है. इसलिए सनराइजर्स हैदराबाद या राजस्थान रॉयल्स को शीर्ष स्तर पर उमेश के अनुभव को देखते हुए उन्हें रखने में कोई परेशानी नहीं होगी.

इसी तरह केदार और हरभजन पहली बोली में भले नहीं बिकें, लेकिन जब फ्रेंचाइजी टीम अपनी संतुलित टीम बना लेंगी तो उनके चुनने की संभावना है. इसी तरह स्टीव स्मिथ के साथ जिनका बेस प्राइस काफी ज्यादा है और स्ट्राइक रेट शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के तौर पर शानदार नहीं है, तो अगर कोई फ्रेंचाइजी उचित कप्तानी उम्मीदवार ढूंढ रही है तो ठीक, वर्ना उन्हें ज्यादा बोली लगाने वाली टीम नहीं मिलेंगी.

‘अनकैप्ड’ खिलाड़ी भी बटोरेंगे पैसे

इसी तरह ‘अनकैप्ड’ (जिसने कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला हो) घरेलू खिलाड़ी जैसे केरल के मोहम्मद अजहरुद्दीन (जूनियर), तमिलनाडु के शाहरुख खान, ऑलराउंडर आर सोनू यादव, बड़ौदा के विष्णु सोलंकी और बंगाल के आकाश दीप कुछ अच्छी राशि में बिक सकते हैं. इनके लिए टीमों के बीच बार-बार बोली लग सकती है, क्योंकि उनका बेस प्राइस महज 20 लाख रुपये का ही है.

सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन को 20 लाख रुपये के वर्ग में रखा गया है, जिन्होंने इस साल मुंबई की सीनियर टीम में पदार्पण किया. इस युवा खिलाड़ी ने जिस तरह से अपने प्रदर्शन से आकर्षित किया है, उन्हें भी कुछ दावेदार मिलेंगे. मुंबई इंडियंस (15.35 करोड़ रुपये) और दिल्ली कैपिटल्स (13.40 करोड़ रुपये) को क्रमश: 7 और 8 खिलाड़ी चाहिए.