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बैंक कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरा दिन, संसद में गूंजेगा मुद्दा, राहुल ने भी घेरा

बैंक कर्मचारियों की ये हड़ताल बीते दिन से जारी है, जो आज भी रहेगी. अब बैंक हड़ताल से जुड़ा मसला संसद में भी उठने वाला है.

चिन्हित सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में लाखों बैंक अधिकारी हड़ताल पर हैं. बैंक कर्मचारियों की ये हड़ताल बीते दिन से जारी है, जो आज भी रहेगी. अब बैंक हड़ताल से जुड़ा मसला संसद में भी उठने वाला है.

मंगलवार को कांग्रेस सांसद एम. टैगोर और राजद सांसद मनोज झा ने संसद में स्थगन प्रस्ताव दिया है और बैंक कर्मचारियों की मांग पर चर्चा करने को कहा है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस मसले पर ट्वीट किया है. राहुल ने लिखा कि सरकार प्रॉफिट को प्राइवेटाइज़ कर रही है और घाटे का राष्ट्रीयकरण कर रही है. PSB को मोदीक्रॉनी को बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता है. मैं इस मसले पर बैंक कर्मचारियों के साथ हूं.

लगातार चार दिन बंद रहे बैंक

बता दें कि शनिवार, रविवार को बैंक छुट्टियों की वजह से बंद थे. और अब सोमवार-मंगलवार का दिन हड़ताल में चला गया, ऐसे में बैंकों की लगातार चार दिन छुट्टी हो गई, जिसके कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है.

दरअसल, केंद्र सरकार लगातार विनिवेश की ओर कदम बढ़ा रही है. यही कारण है कि बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने IDBI बैंक और अन्य दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव रखा था. बैंक यूनियन इसी का विरोध कर रहे हैं.

बैंक यूनियनों के मुताबिक, दो दिन की इस हड़ताल में करीब दस लाख बैंक कर्मचारी शामिल हुए हैं. भारतीय स्टेंट बैंक ने अपने कर्मचारियों को हड़ताल को लेकर चेताया था. हालांकि, इनसे इतर प्राइवेट बैंक इस दौरान काम करते रहे थे.

बैंक कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान बैंक ऑफिस में पैसे जमा करने, निकालने, चेक जमा करने जैसी सुविधाएं पूर्ण रूप से बंद रही थीं. हालांकि, एटीएम सुविधा या ऑनलाइन पेमेंट की सुविधाएं लगातार चल रही थीं.