देशराजनीती

‘क्वारनटीन’ पर घिरे अनिल देशमुख, चार्टर्ड फ्लाइट्स से यात्रा की डिटेल आई सामने, दी सफाई

परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद लगातार अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग हो रही है. इस बीच सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने अनिल देशमुख का बचाव किया.

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख हर किसी के निशाने पर हैं. मुंबई से लेकर दिल्ली, टीवी डिबेट से लेकर संसद तक विपक्ष और सरकार के बीच जुबानी जंग चल रही है. इस बीच बीते दिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार द्वारा किए गए दावे पर अलग बहस छिड़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि फरवरी में लंबे वक्त तक अनिल देशमुख अस्पताल में थे.

अब कुछ ऐसे कागज़ात सामने आए हैं, जिससे ये दिखता है कि इस अंतराल में अनिल देशमुख ने एक चार्टर्ड विमान में उड़ान भरी थी. इन डिटेल्स के सामने आने के बाद अनिल देशमुख की सफाई भी सामने आई है.

अनिल देशमुख को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच चार्टर्ड विमान का एक डॉक्यूमेंट सामने आया है. ये 15 फरवरी, 2021 का है, जिसमें यात्रियों की लिस्ट में अनिल देशमुख का भी नाम है. जो ये दर्शाता है कि 15 फरवरी को अनिल देशमुख ने नागपुर से मुंबई तक चार्टर्ड फ्लाइट में सफर किया था. ताकि वो अपने घर मुंबई में खुद को क्वारनटीन कर पाएं.

विपक्ष द्वारा लगातार उठाए जा रहे इस्तीफों के सवालों के बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एक और बयान जारी किया है. बीते दिन शरद पवार के दावों के बाद अनिल देशमुख के अस्पताल में होने या बाहर होने को लेकर बहस छिड़ी है. ऐसे में मंगलवार को अनिल देशमुख ने बयान जारी करते हुए कहा कि बतौर गृह मंत्री कोरोना काल में वो पूरे राज्य का सफर कर रहे थे, क्योंकि जवानों का हौसला बढ़ाना था.

अनिल देशमुख ने अपने बयान में कहा कि उन्हें इस बात से दुख पहुंचा है कि लोगों को गुमराह किया जा रहा है. अनिल देशमुख ने बयान दिया कि क्वारनटीन के वक्त वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठकों में हिस्सा ले रहे थे.

दरअसल, शरद पवार ने बीते दिन कहा था कि अनिल देशमुख 5 से 15 फरवरी तक अस्पताल में थे. लेकिन बीजेपी ने दावा किया कि 15 फरवरी को वो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, साथ ही एक डॉक्यूमेंट सामने आया जिसमें अनिल देशमुख के चार्टर्ड फ्लाइट में सफर के सबूत हैं.

किस दावे को लेकर छिड़ा है विवाद?

दरअसल, परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद लगातार अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग हो रही है. इस बीच सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने अनिल देशमुख का बचाव किया. इसी दौरान शरद पवार ने दावा किया कि जिस वक्त के आरोप लगाए जा रहे हैं, तब अनिल देशमुख अस्पताल में भर्ती थे. शरद पवार ने दावा किया था कि अनिल देशमुख 5 से 15 फरवरी तक अस्पताल में भर्ती थे, उसके बाद उन्होंने खुद को होम क्वारनटीन किया था.

हालांकि, शरद पवार के इस दावे के तुरंत बाद ही बीजेपी ने एक वीडियो जारी किया था. बीजेपी ने अनिल देशमुख की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को रिट्वीट किया, जो कि 15 फरवरी को की गई थी. ऐसे में बीजेपी ने सवाल किया था कि शरद पवार दावा कर रहे हैं कि अनिल देशमुख अस्पताल में थे, लेकिन वो तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.

अनिल देशमुख ने दी क्या सफाई?

इस पूरे विवाद के बाद अनिल देशमुख ने बीते दिन भी एक वीडियो जारी किया. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि वो 15 फरवरी तक अस्पताल में थे, जब वहां से बाहर निकले तो वहां कुछ पत्रकार उनसे सवाल पूछने लगे. लेकिन उन्होंने बीमारी के कारण कुर्सी पर बैठकर पत्रकारों से बातचीत की, उसी के बाद वो घर पर रवाना हुए और आइसोलेट हो गए.

आपको बता दें कि परमबीर सिंह ने एक चिट्ठी में ये दावा किया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को मुंबई से हर महीने सौ करोड़ रुपये की वसूली का टारगेट दिया था. इसी के बाद राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. बीजेपी अनिल देशमुख का इस्तीफा मांग रही है, बीते दिन इसपर संसद में भी बवाल हुआ. हालांकि, शरद पवार साफ कर चुके हैं कि अनिल देशमुख को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है.