पुलिस उप महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) नीलेश आनंद भार्ने ने बीजेपी के राज्य अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने की गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि गलतफहमी की वजह से ऐसा हुआ.
बीजेपी की उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष मदन कौशिक को सोमवार को राज्य पुलिस ने बागेश्वर में प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया. ऐसे में यह मामला काफी चर्चा में आ गया. वहीं एक वरिष्ठ अधिकारी ने गलती स्वीकारते हुए गलतफहमी की वजह से ऐसा हुआ. बता दें कि बागेश्वर पहुंचने पर राज्य बीजेपी प्रमुख को गार्ड ऑफ ऑनर देने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं. मदन कौशिक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मंत्रिमंडल में सदस्य थे और उन्हें हाल में राज्य भाजपा अध्यक्ष बनाया गया है.
पुलिस उप महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) नीलेश आनंद भार्ने ने बीजेपी के राज्य अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने की गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि गलतफहमी की वजह से ऐसा हुआ. उन्होंने कहा कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी हाल में ही छुट्टी से लौटे हैं और उन्हें राज्य में सरकार में हालिया बदलावों की जानकारी नहीं थी.
गौरतलब है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस महीने की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद तीरथ सिंह रावत ने 10 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. कौशिक, जो राज्य विधानसभा में हरिद्वार का प्रतिनिधित्व करते हैं, को 12 मार्च को बंसीधर भगत की जगह राज्य बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था जो अब मंत्री हैं.
आपको बता दें कि तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वह उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, अभी बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव हैं. देवभूमि उत्तराखंड में सियासत बहुत ही तेजी से अपना रुख बदल रही है. विधायकों द्वारा व्यक्त की गयी नाराजगी के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और उनकी जगह तीरथ सिंह रावत ने ले ली.