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मधुबनी हत्याकांड में नाम आने के बाद BJP विधायक ने दी सफाई, हत्यारों के लिए मांगी फांसी की सजा

भाजपा विधायक विनोद नारायण झा ने वीडियो जारी करके कहा है, “यह मेरे विधानसभा क्षेत्र का मामला नहीं है. यह हरलाखी विधानसभा क्षेत्र का मामला है. मैं बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र का सदस्य हूं. फिर भी मैं अगर वहां होता तो, मैं तत्काल पीड़ित परिवार से मिलता और अपनी संवेदना व्यक्त करता, मगर मैं गंभीर संकट में फंसा हुआ हूं.”

बिहार के मधुबनी जले के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत महमदपुर गांव में 29 मार्च को 5 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में पूर्व मंत्री और बेनीपट्टी के भाजपा विधायक विनोद नारायण झा का नाम भी सामने आ रहा है. विनोद नारायण झा के ऊपर आरोप लग रहे हैं कि उनकी आरोपियों के साथ सांठगांठ है और वह उनकी मदद कर रहे हैं. विनोद नारायण झा के ऊपर लगे इन्हीं आरोपों को लेकर उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए अपना बचाव किया है.

विनोद नारायण झा ने कहा है कि महमदपुर गांव, जहां पर हत्याकांड को अंजाम दिया गया है वह उनके विधानसभा क्षेत्र बेनीपट्टी के अंतर्गत नहीं आता है बल्कि हरलाखी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आता है. भाजपा विधायक विनोद नारायण झा ने वीडियो जारी करके कहा है “यह मेरे विधानसभा क्षेत्र का मामला नहीं है. यह हरलाखी विधानसभा क्षेत्र का मामला है. मैं बेनीपट्टी विधानसभा क्षेत्र का सदस्य हूं. फिर भी मैं अगर वहां होता तो मैं तत्काल पीड़ित परिवार से मिलता और अपनी संवेदना व्यक्त करता, मगर मैं गंभीर संकट में फंसा हुआ हूं.”

विनोद नारायण झा ने इस वीडियो संदेश में कहा है कि उनकी निजी जिंदगी मुश्किलों का दौर से गुजर रही है क्योंकि उनके दामाद दिल्ली के एक अस्पताल में गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है. विनोद नारायण झा ने कहा इसी कारण से वे घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवारों से नहीं मिल पा रहे हैं, क्योंकि उनका सारा वक्त अपने नाती और नातिन की देखभाल में गुजर रहा है.

बीजेपी विधायक विनोद नारायण झा ने कहा “भविष्य में कोई ऐसी घटना करने की हिम्मत न कर सके, इसीलिए अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. मैं कहना चाहता हूं कि अपराधियों की कोई जात नहीं होती है. आरोपियों के साथ संपर्क की बात सपने में भी नहीं सोच सकता हूं. आरोपियों के साथ कभी मेरा कोई संपर्क नहीं रहा. इस पूरी घटना का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और अपराधियों को फांसी की सजा तक पहुंचाने के लिए जो भी करना हो वह किया जाना चाहिए.